
गिद्धौर(चतरा)। गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मंझगवा पंचायत के सिंदवारी खुर्द में एक ऐसा आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है जहां एक भी बच्चे उपस्थित नहीं होते हैं। जिसका कोड संख्या 140 है और एक साल से बिना बच्चों के संचालित हो रहा है। सेविका संगीता देवी ने बताया की ग्रामीण इस आंगनबाड़ी में बच्चों को नहीं भेजते हैं। ऐसे में सवाल उठता है। कि झारखंड सरकार बच्चों के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए हर संभव काम कर रही है। लेकिन सिंदवारी खुर्द का आंगनबाड़ी अपने आप में इस कार्य में काफी लापरवाही दिख रहा है। जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ लग रहा है। ज्ञात हो कि जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के सुचारु संचालन के लिए जिला समाज कल्याण कार्यालय की स्थापना करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, परियोजना स्तर पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी व महिला पर्यवेक्षण का पदस्थापन किया गया है। ताकी सरकार द्वारा संचालीत उपरोक्त योजना व कार्यक्रम का लाभ बच्चों, संबंधित महिलाओं व किशोरियों को सुचारु रुप से मिले। ग्रामीण की माने तो उक्त आगंनबाड़ी केंद्र अपने आप में एक इतिहास रच रहा है।
वहीं ग्रामीणों का सेविका के प्रति आरोप है की बच्चों को आंगनबाड़ी भेजते हैं तो उसे आंगनबाड़ी से घसीट कर बाहर निकाल देती है। जिसके चलते बच्चे आंगनबाड़ी नहीं जाना चाहते हैं। इस संबंध में सेविका से पूछा गया तो कहा कि कोई प्रमाण करके बतावे तो माना जाएंगे। अब सवाल उठता है कि जिस आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चे नहीं हैं क्या वहां सेविका को कार्य करना उचित है। इतने लंबे समय से कागजों पर ही लाभ का उठाव किया जा रहा था। यदि जानकारी विभाग को थी तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इस संबंध में सुपरवाइजर मंजू देवी से मोबाईल से बात की गई तो बताया की ग्रामीणों के द्वारा इस केंद्र का शिकायत मिली है बहुत जल्द कार्रवाई की जाएगी एवं निष्कर्ष निकाला जाएगा।