
झारखण्ड/गुमला -डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला की प्रार्थना सभा में डीएवी के दधीचि कहे जाने वाले भारत के सच्चे कर्म योगी नारायण दास ग्रोवर जी की पुण्य तिथि पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ रमाकांत साहू एवं समस्त विद्यालय परिवार ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य महोदय ने नारायण दास ग्रोवर जी के विषय में बताते हुए कहा कि नारायण दास ग्रोवर जी भारत के महान शिक्षाविद थे। वे आर्य समाज के सच्चे कार्यकर्ता थे ,जिन्होने ‘दयानन्द ऐंग्लो-वैदिक कालेज आन्दोलन’ में (डीएवी आंदोलन) प्रमुख भूमिका निभायी। उन्होंने अपना पूरा जीवन डीएवी पब्लिक स्कूलों के विकास में लगा दिया। उन्होंने इस संस्था की आजीवन अवैतनिक सेवा प्रदान की। वे डीएवी पब्लिक स्कूल पटना प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के साथ-साथ डीएवी कालेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के उपाध्यक्ष भी थे। वहीं विद्यालय के हिंदी शिक्षक श्री मिथिलेश कुमार दूबे जी ने छात्रों को ग्रोवर जी के अतुलनीय योगदान के विषय में बताते हुए कहा कि महात्मा नारायण दास ग्रोवर भारत के एक प्रमुख शिक्षाविद् और समाज सुधारक थे । वे डीएवी आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे और उन्होंने अपना जीवन डीएवी पब्लिक स्कूलों के विकास के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की और 1945 में डीएवी कॉलेज, लाहौर में व्याख्याता के रूप में कार्य किया 1960 से 1977 तक डीएवी कॉलेज, अबोहर के प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया।
1977 से 1982 तक वे दयानंद पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, हिसार के प्राचार्य के रूप में कार्यरत रहे । झारखंड आने के पश्चात उन्होंने आदिवासियों के लिए निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन और खूंटी, झारखंड में स्वामी दयानंद नेत्रालय की स्थापना की साथ ही महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किया। बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में कई डीएवी स्कूल खोलेने का श्रेय नारायण दास ग्रोवर जी को ही जाता है।वे डीएवी पब्लिक स्कूल पटना के क्षेत्रीय निदेशक के रूप में भी कार्यरत थे । आज हम सब उनकी पुण्य स्मृति में उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं।इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं समस्त विद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित थे।