न्यूज स्केल ब्यूरो
चतरा। निदेशक सह सदस्य सचिव, झारखण्ड राज्य बाल संरक्षण, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, झारखण्ड से प्राप्त पत्र के आलोक में उपायुक्त रांची आदेश पर मानसिक रुप से अस्वस्थ्य 8 बच्चे शुक्रवार को बाल कल्याण समिति चतरा को सौंपे गए। विभाग से प्राप्त जाकनारी के अनुसार उपायुक्त रांची के पत्र के आलोक में तत्कालिन व्यवस्था के तहत वन स्टॉप सेन्टर पलामू में आवासित कुल 32 बालिकाओं को रांची स्थित प्रेमाश्रय, बालिका गृह में आवासित किया गया था। जिनमें से 08 मानसिक रूप से अस्वस्थ्य बालिकाओं को बालिका गृह चतरा स्थानांतरित करने को लेकर आदेश निर्गत किया गया था। जिसके आलोक में बालिकाओं के स्थानांतरण हेतु वेद प्रकाश तिवारी जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, रांची के नेतृत्व में टीम गठन कर उपरोक्त सभी को चतरा जिले के बाल कल्याण समिति के समक्षा उपायुक्त रांची के आदेश व सीडब्ल्यूसी रांची के स्थानांतरण आदेश व संबंधित दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत किया गया। टीम में रांची डीसीपीओ के साथ अलकमा सिकंदर, संरक्षण पदाधिकारी-संस्थागत देखरेख, रोज मेरी तिर्की प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मी बाल कल्याण समिति, रांची शिवानी कुमारी चाइल्ड हेल्पलाईन सुपरवाईजर व रोशनी एक्का हाउस मदर प्रेमाश्रय, बालिका गृह रांची शामिल थे। टीम द्वारा बाल कल्याण समिति चतरा के अध्यक्ष धनंजय तिवारी, सदस्य पिंकी कुमारी, श्वेता जायसवाल, मुकेश पांडेय के समक्ष उपरोक्त बच्चियों को सौंपा गया। वहीं सीडब्ल्यूसी द्वारा झारखण्ड राज्य बाल संरक्षण संस्था के निदेशक व उपायुक्त रांची के पत्र के आलोक में तत्काल बच्चिायों को सर्वोतम हित में जेजे एक्ट के तहत पंजीकृत जन लोक कल्याण परिषद द्वारा संचालित बालिका गृह में प्रपत्र 18 के माध्यम से सुरक्षित रूप से पुर्नवासीत किया गया। वहीं समिति के समक्ष बच्चियों के प्रस्तुती के उपरांत रांची टीम के साथ चतरा सीडब्ल्यूसी की टीम अध्यक्ष के नेतृत्व में बालिका गृह पहुंचकर सभी को अवासित कराया और प्रबंधक व संबंधित कर्मियों को सभी का विशेष देख-रेख करने के साथ प्रतिवेदन समिति को देने का निर्देश दिया।