कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपती के नाम राजपाल को सौंपा ज्ञापन
न्यूज स्केल डेस्क
रांची। केंद्र सरकार द्वारा अडानी एवं उनके सहयोगियों को बचाने और मणिपुर में जारी हिंसा की अनदेखी करने के विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार झारखंड प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित देशव्यापी राज भवन मार्च झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में शहीद स्थल से राज भवन तक मार्च करने के साथ सभा की गई। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार अडानी और मणिपुर मामले पर पूरी तरह मौन ह। हमारे नेता सदन में दोनों मामलों को लगातार उठा रहे हैं। मणिपुर में शांति बहाली की मांग कांग्रेस द्वारा लगातार जारी है। लेकिन मोदी जी चुप हैं अडानी और उनके सहयोगीयो के जालसाजी का पर्दाफाश हुआ है, रिश्वतखोरी का खुलासा हुआ है, लेकिन आज तक इस मामले पर जनता के सामने केंद्र सरकार ने सफाई देने की भी जरूरत महसूस नहीं की। जिस तरह से मणिपुर जल रहा है, लगातार हिंसा हो रही है, कर्फ्यू लगा हुआ है लेकिन आज तक प्रधानमंत्री वहां नहीं गए दोनों मुद्दे पर प्रधानमंत्री मौन हैं। वहां के मुख्यमंत्री भी इस मामले में फिसड्डी साबित हुए हैं। लेकिन प्रधानमंत्री उन्हें हटाने की बजाय उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। लगता है मोदी जी मणिपुर को भारत का अंग नहीं मानते तभी इस मामले पर पूरी तरह ख़ामोशी की चादर ओढ़े हुए हैं। वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि यह जनता की आवाज है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री उनके सवालों का जवाब दें। पिछले 1 वर्ष में अमित शाह दर्जनों बार झारखंड आ चुके हैं लेकिन मणिपुर जो वर्षाे से जल रहा है हत्याएं, बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, संवैधानिक मूल्यों की हत्या हो रही है, लेकिन गृह मंत्री को वहां जाने का वक्त नहीं मिल रहा है और प्रधानमंत्री के मुंह पर ताला है। पूरे विश्व का दौरा प्रधानमंत्री कर रहे हैं लेकिन मणिपुर नजर नहीं आ रहा है। अडानी प्रकरण पूरी तरह जनता के सामने है, लेकिन अडानी को बचाने के लिए मोदी भारत की प्रतिष्ठा को विश्व के सामने धूमिल कर रहे हैं। उप नेता राजेश कच्छप ने कहा कि मोदी शायद यह भूल गए हैं कि संविधान ने ही यह ताकत प्रदान की है की चाय बेचते बेचते नरेंद्र मोदी आज प्रधानमंत्री बन पाए। अगर अडानी को बचाने मोदी निकलेंगे तो जनता उन्हें गाड़ी से उतार देगी। राहुल गांधी के नेतृत्व में हमें खुद को मजबूत करना है यकीनन कांग्रेस के नेतृत्व में मणिपुर जैसी घटना नहीं होगी। अगर हम संजिदगी के साथ नहीं रहेंगे तो देश में पूंजीपतियों का राज आ जाएगा और ऐसे ही पूंजीपतियों से 200 वर्षों तक लड़कर हमने आजादी हासिल की थी। वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल या व्यक्ति अंबेडकर जी का अपमान करता है तो यह एक व्यक्ति का अपमान नहीं पूरे हिंदुस्तान का अपमान है और ऐसा दल जो हिंदुस्तान का अपमान करें किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था का राजनीतिक दल हो ही नहीं सकता। भारत में अगर ऐसा कोई दल है तो वह है भाजपा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि जनता ने साफ मन बना लिया है कि मोदी सरकार को कुर्सी से उतारना है। अगर भारत में बाबा साहब का रचित संविधान नहीं होता तो आज अल्पसंख्यक, आदिवासी, पिछड़े हाशिये पर होते। देश के हर नागरिक को संविधान ने अधिकार दिया है और इस संविधान के जनक बाबा साहब को भाजपा अपमानित करने पर तुली है। कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने के लिए तरह-तरह की चीजों को परोसा जा रहा है। संविधान खतरे में है यह सिर्फ बातों में नहीं है यह साफ दिख रहा है। संविधान की रक्षा की जिम्मेदारी जिन पर है वह सदन में स्पीकर के ओहदे पर बैठकर आरएसएस का गुणगान करते हैं। भाजपा के लोग कहते हैं कि यहां बहुसंख्यकों का चलेगा अल्पसंख्यकों का नहीं, समाज तोड़ने की बात करते हैं। पहले छुप-छुप पर कर वार करते थे अब खुलेआम संविधान के खिलाफ बोलते हैं। यह आंदोलन भारत की एकता को तोड़ने वाली ताकतों के खिलाफ है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से संविधान और बाबा साहब का अपमान सदन में भाजपा द्वारा किया गया है वह बर्दाश्त करने के लायक नहीं है। राजभवन मार्च में विधायक सुरेश बैठा, नम्नविक्सल कोन्गाडी, भूषण बाड़ा, स्वेता सिंह, रामचन्द्र सिंह, ममता देवी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख, योगेन्द्र साव, शहजादा अनंवर, प्रदीप तुलस्यान, कार्यालय प्रभारी ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष साहु, राजन वर्मा, मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, मीडिया सेल के चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, सोनाल शांति, रमा खलखो,आभा सिन्हा, सल खान ,सुलतान अहमद, भीम कुमार, अशोक चौधरी, झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास पर्षद के अध्यक्ष जयशंकर पाठक, राजीव रंजन प्रसाद, झारखंड राज्य मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन रवींद्र सिंह, आलोक दुबे, शशिभूषण राय, एम तौसीफ, पूर्णिमा सिंह, शान्तनू मिश्रा, अमुल्य नीरज खलखो, गजेन्द्र सिंह, बिनोद कुशवाहा, आनंद बिहारी दूबे, अंबुज पांडेय, विजय दूबे, औबेदुल्लाह हक अंसारी, रवि मिश्रा सहित भारी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए।