कोयले की ढुलाई को लेकर ट्रांसपोर्टिंग कंपनी व वाहन मालिकों में ठनी

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टंडवा (चतरा)। टंडवा प्रखंड क्षेत्र में संचालित आम्रपाली कोल परियोजना में भाड़ा दर को लेकर विस्थापित प्रभावित क्षेत्र के हायवा वाहन मालिक और ट्रांसपोर्टर अब आमने-सामने हैं। गुरुवार को उड़ीसा स्टीवडोर्स (ओएसएल) व प्रनव नमन (पीएनएम) नामक कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के प्रतिनिधि तथा वाहन मालिकों के बीच उक्त मामले को लेकर हुई द्विपक्षीय बैठक बेनतीजा रहा। स्थानीय वाहन मालिकों द्वारा उक्त ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों का कोयला एनटीपीसी तक की ढुलाई करने से इंकार किये जाने के बाद ट्रांसपोर्टिंग कंपनीयों ने बाहरी गाड़ियों से बाजबरन कोयले की ढुलाई का प्रयास किया गया जिससे वहां कुछ देर के लिए आपसी टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। वहीं वाहन मालिकों ने संयम बरतते हुवे उपायुक्त चतरा समेत एसपी, सांसद, एसडीओ सिमरिया, एसडीपीओ टंडवा,थाना प्रभारी, जीएम आम्रपाली व जीजीएम एनटीपीसी को पत्र सौंपकर मामले पर शीघ्र संज्ञान लेने की अपील की है। वाहन मालिकों की मानें तो कुछ ट्रांसपोर्टरों द्वारा ऊंचे पहुंच का हवाला देकर विस्थापित-प्रभावित क्षेत्र के वाहन मालिकों का लगातार शोषण कर रहे हैं। जबकि कई ट्रांसपोर्टरों ने तो कोयले की ढुलाई का करोड़ों रुपए डकार चुके हैं जिसकी पूर्व में लिखित शिकायत तमाम वरीय अधिकारियों से भी की गई है। 11 महीने पूर्व हीं पीएनएम कंपनी के प्रतिनिधि ने अपने दिये गये लिखित शर्तों को हीं मानने से अब मुकर गया है। जबकि डरा धमकाकर बाहरी गाड़ियों से कोयले की ढुलाई का प्रयास किया जा रहा है। परियोजना स्थापित करने में विस्थापित प्रभावितों के त्याग व समर्पण का मानों अब कोई मोल नहीं रह गया। बहरहाल, सूत्रों की मानें तो स्थानीय वाहन मालिकों व बेरोजगारों के शोषण और उपेक्षा से गहरा असंतोष बढ़ता हीं जा रहा है जिसपर शीघ्र समुचित पहल नहीं होने से बड़ा आंदोलन का रुख अख्तियार होना तय माना जा रहा है।