सिमरिया(चतरा)। भारत सरकार द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ पर बुधवार को लोहरदगा ग्राम स्वराज्य संस्था के द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन सिमरिया प्रखंड में निकाला गया। इस दौरान संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि लोहरदगा ग्राम स्वराज संस्थान बच्चों के सुरक्षा व संरक्षण के लिए देश के 400 से भी ज्यादा जिलों में काम कर रहे हैं। इसके अलावे 250 से भी ज्यादा गैर सरकारी संगठनों के गठबंधन जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन का सहयोगी सदस्य है। आगे बताया कि देश से बाल विवाह के समाप्ति के लिए भारत सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत का शुभारंभ 27 नवंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया। मौके पर बाल विवाहों की सूचना व शिकायत के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल भी शुरू किया गया। लोहरदगा ग्राम स्वराज्य संस्थान के सचिव चंद्रपति यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बाल विवाह के समाप्ति के लिए महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया अभियान इस बात का सबूत है कि सरकार इस सामाजिक बुराई की गंभीरता से अवगत है। आज भी देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों का बाल विवाह होता है, जिससे लड़कियों के स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार एवं आर्थिक निर्भरता पर असर पड़ता है। लेकिन अब हमें विश्वास है कि सरकार और नागरिक के साझा प्रयासों से भारत 2030 से पहले ही बाल विवाह के समाप्ति के लक्ष्य को हासिल कर सकता है।