
पलामू। जिला के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र अंर्तगत खरारपर गांव में एक महिला ने अंधविश्वास में आकर अपने तांत्रिक सिद्धि प्राप्त करने के लिए अपने ही दुधमुंही बच्ची की हत्या कर दी। इस दर्जदनाक घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। वहीं पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्रज्ञपत जानकारी के अनुसार हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम खरारपर निवासी अरुण राम की पत्नी ने मंगलवार मध्य रात में अपने घर से करीब दो किलोमीटर की दूर सिकनी बरवाढोड़ा जंगल के तरफ किचड़नुमा मिट्टी में अपने ही डेढ़ वर्ष की दुधमुंही बच्ची परी कुमारी की ह्त्या कर दफना दिया और रात्रि में निर्वस्त्र आपत्तिजनक तरीके से रात्रि में गांव पहुंची। वहीं 13 नवंबर मतदान के दिन घटना की सूचना मिलते ही पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर बच्ची के शव को कब्जे करते हुए पोस्टमार्टम कराने के बाद पूरी घटना की जांच में जुट गई है।
थाना प्रभारी संजय कुमार यादव ने घटना के बाबत बताया है कि आरोपी का पति बाहर में काम करता है। उसे घटना की सूचना प्राप्त है, लेकिन आरोपी की सास के फर्दबयान मामला दर्ज करते हुए आरोपी मां को न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया और घटना की सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। आरोपी की सास कौशल्या देवी ने पुलिस को फर्दब्यान में बताया है कि मेरी बहू गीता देवी मंगलवार को 11 बजे जब मैं घर पर नहीं थी तो बिना बताए अपनी बच्ची को लेकर घर से चली गयी थी, शाम तक घर नहीं पहुंची तो हमलोग खोजबीन भी किए, लेकिन कहीं पता नहीं चला। जब मध्य रात्री हुई तब सूचना मिली कि मनोज राम के घर के बाहर निर्वस्त्र अवस्था में अकेली खड़ी है और उसकी बेटी साथ में नही थी। पूछने पर बोली कि मेरे बच्ची को कोई योगी लेकर चला गया। लेकिन गांव के अन्य लोगों द्वारा सख़्ती से पूछताछ किया गया तो वह अपने बच्ची को सिकनी बरवाढोंड़ा तरफ लेकर गयी जहां किचडनुमा मिट्टी में उक्त छोटी बच्ची का शव पाया गया एवं उसके बगल में तांत्रिक साधना का उपकरण पाया गया। पुलिस ने शव को निकाला, तो बच्ची की शव पूरी तरह जख्मी हालत में थी। इस घटना से गांव में दहशत की स्थिति बनी हुई है। इस तरह की घटना क्षेत्र के लिए शर्मसार व हृदयबिरादक है। ऐसे घटनाओं में वृद्धि ना हो सरकार एवं पुलिस के द्वारा समय समय पर अंधविश्वास के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जाता है। लेकिन पलामू उक्त घटना जागरूकता की पोल खोलती नजर आ रही है।