सिमरिया(चतरा)। जिला विधिक सेवा प्राधिकार चतरा के सचिव तारकेश्वर दास के निर्देशन में विधिक सेवा दिवस पर जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर कानूनी सहायता केंद्र सिमरिया के द्वारा संत थॉमस स्कूल शिला, इचाक एवं बगरा के मेला टांड़ मे ंशनिवार को आयोजन किया गया। मौके पर उपस्थित लोगों को बताया गया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस हर साल 9 नवंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में कानूनी जागरूकता बढ़ाना है। यह दिवस एहसास दिलाता है कि हर किसी को मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने का अधिकार है, चाहे उनकी पहचान, पृष्ठभूमि कुछ भी हो। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एक स्वायत्त संगठन है जो समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को कानूनी सहायता प्रदान करता है। इसकी स्थापना 1995 में भारत के सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा की गई थी। नालसा का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान करना और विवादों का सौहार्दपूर्ण समाधान करना मुख्य उद्देश्य था।उस समय, भारत में कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए कोई व्यापक तंत्र नहीं था। गरीब और कमजोर वर्गों के लोग अक्सर कानूनी सहायता के लिए संघर्ष करते थे। इस दिवस की शुरुआत के बाद, भारत में कानूनी सेवाओं की पहुंच में काफी सुधार हुआ है।