कुंदा(चतरा)। विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे विकास के मुद्दे को लेकर ग्रामीण गोलबन्द होने लगे हैं। चुनाव प्रचार में आने वाले जनप्रतिनिधियों को घेरने की भी तैयारी ग्रामीणों ने शुरू कर दी है। इसी क्रम में प्रखंड के सिक्कीदाग पंचायत के सोहरलाट गांव के ग्रामीणों ने गांव में सड़क, बिजली, पानी समेत कई मूलभूत असुविधाओ को लेकर आक्रोश जाहिर किया है। ग्रामीणों ने रविवार को बैठक कर सामूहिक रूप से वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने कहा है की आजादी के 77 साल बीत जाने के बाद भी गांव में प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं है। गांव में अभी तक बिजली भी नही पहुंचा है। जिसके कारण ग्रामीण आज के डिजिटल दुनिया में भी ढ़िबरी युग में जीने को विवश हैं। इन्ही सब मुद्दों को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन करने का संकल्प लिया है, इसके लिए इस बार हमलोग विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करेंगे। ग्रामीण रवि कुमार, चंचल कुमार भोक्ता, नन्दकिशोर महतो, कलेन्द्र गंझू, अशोक भोक्ता, बुधन बिरहोर, नरेश बिरहोर, प्रसाद बिरहोर, बिहारी साव, संजय साव, ललेस गंझू, विजय साव, उदय भोक्ता, संतोष भोक्ता, रामबली साव, रोहित महतो, संतोष साव आदि ने बताया की सड़क, बिजली की मांग लंबे समय से कर रहे है। लेकिन चुनाव में नेता आते हैं, आश्वासनों का घूंट पिलाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद सब कुछ भूल जाते हैं। जिसका परिणाम है कि अब तक गांव में सड़क और नदी में पुल नहीं बन पाई है। ज्ञात हो की गांव के ग्रामीण लोकसभा चुनाव के दौरान भी वोट बहिष्कार का एलान किया था, लेकिन पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद निर्णय वापस ले लिया था। वही ग्रामीण बताते हैं कि गांव में आज तक सांसद, विधायक व मंत्री गांव नहीं पहुंचे हैं।