आखिरकार जिंदगी की जंग हार गये ‘टाइगर’ के नाम से मशहूर शिक्षा मंत्री….

0
352

रांचीः झारखंड में टाइगर के नाम से मशहूर राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो नहीं रहे। गुरुवार के सुबह उन्होंने आखिरी सांस चेन्नई के एक अस्पताल में ली। जहां उनका इलाज चल रहा था। दिवंगत टाइगर एक जिन्दादिल इंसान थे। मंत्री बननके बाद स्कूली बच्चों का हाल जानने अक्सर स्कूलों में औचक निरीक्षण के लिएपहुंच जाते थे। कई बार तो बच्चों के साथ जमीन पर बैठ कर स्कूल में ही मिड डे मील तक खाया। ज्ञात हो कि बीते 14 मार्च 2023 को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, उसी वक्त मॉनसून सत्र भी चल रहा था। उन्हें घबराहट और बेचौनी होने लगी थी तभी एचइसी-पारस अस्पताल में एडमिट कराया गया और कई तरह के जांच हुए। जांच रिपोर्ट में लंग्स में इंफेक्शन पाया गया और उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। सीएम हेमंत सोरेन तुरंत पारस अस्पताल पहुंच हाल जानने के बाद उसी रात एयरलिफ्ट कर चेन्नई के अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था। इससे पूर्व टाइगर वर्ष 2020 में कोरोना से ग्रसीत हो गए थे और लंग्स का ट्रांसप्लांट भी करना पड़ा। उसके बाद से वो बीमार चल रहे थे और बीमारी को हराते रहे और आखिरकार खरुद जींदगी की जंग हार गए।

आज झारखंड ने अपना एक महान आंदोलनकारी और नेता खो दियाः सीएम

शिक्षा मंत्री के निधन पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट कर लिखा है कि हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखंड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें।

पूर्व मुख्मंत्री बाबूलाल ने भी जताया शोक, कहा उनकी जीवटता का मैं सदेव प्रशंसक रहा हूं

शिक्षा मंत्री के निधन पर पूर्व मुख्मंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट कर दुख जताते हुए लिखा है कि झारखंड सरकार के मंत्री श्री जगरनाथ महतो जी के चेन्नई के अस्पताल में निधन की बेहद दुःखद सूचना मिली है। लंबे समय से बीमारी को हराते हुए योद्धा की भांति डंटे रहने वाले जगरनाथ जी का चले जाना पूरे झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है। राजनैतिक भिन्नता के बावजूद व्यक्तिगत रूप से उनकी जीवटता का मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं।