न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा। पुलिस व टीएसपीसी के मुठभेड़ के बाद चतरा पहुंचे डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि मारे गए उग्रवादियों का लंबा अपराधिक इतिहास रहा है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में उनके विरुद्ध 46 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हैं। डीजीपी ने आगे कहा कि झारखंड में टीएसपीसी, जेजेएमपी, जेपीसी सहित जितने भी उग्रवादी संगठन हैं, सभी का मूल रूप से अपराधियों का एक गिरोह है। जिनका काम सरकारी कार्यों में व्यवधान पैदा करना, विकास योजनाओं में कमीशन वसूलना, अपने संरक्षण में पोस्ता जैसे प्रतिबंधित फसल का उत्पादन और इससे अफीम तथा ब्राउन शुगर बनवा कर व्यापार करना, कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने जैसे असंवैधानिक कार्य करना मात्र है।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल जवानों के शहादत का बदला लिया गया के जवाब में डीजीपी ने कहा कि ऐसी कोई बदले वाली कार्रवाई नहीं है। मुख्य रूप से अपराधी को मारा गया है। जिसने पुलिस पर गोली चलाने का दुस्साहस किया था, और ऐसे हर उग्रवादियों तथा अपराधियों को सबक सिखाने के लिए हमारे पुलिस के जवान हमेशा तैयार हैं। मौके पर पुलिस महानिरीक्षक सुनील भास्कर, एसपी विकास कुमार पांडेय, एसडीपीओ संदीप सुमन, डीएसपी अमीता लकड़ा, एसडीपीओ प्रदीप कुमार के अलावा जिले भर के थाना प्रभारी उपस्थित थे।