न्यूज स्केल संवाददाता
प्रतापपुर (चतरा)। शारदीय नवरात्र के अवसर पर प्रतापपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय परिसर में नवरात्रा पर आयोजित रामायण कथा प्रवचन कार्यक्रम के तीसरे दिवस को भगवान राम जन्म के उद्देश्यों को शिव पार्वती संवाद कथा वाचिका साध्वी उमा द्वारा सुनाई गई। उन्होंने प्रवचन के माध्यम से कहा कि भगवान तो सदैव अपने भक्तो से साथ रहते हैं। किंतु जब भक्त भक्ति से भगवान को पुकारता है तो उन्हें किसी न किसी रूप में अवतार लेना ही पड़ता है। राम नाम अति मीठा है कोई गा के देख लें। आ जाते हैं भगवान कोई बुला के देख लें। माता पार्वती शंकर भगवान से प्रश्न करती है कि ब्रम्ह का अवतार क्यों होता है प्रभु? अगर वे परब्रम्ह हैं तो वो मनुष्य के रूप में जन्म क्यों लेते है? उक्त प्रश्नों का उत्तर देते हुए शंकर भगवान ने राम जी के जन्म के कारण बताते हुए कहा कि जब-जब धर्म पर संकट आता है, भगवान अवतार लेते हैं। जब जब ब्राह्मणों पर अत्याचार होता है और किए जाने वाले धर्म कर्म पर रोक लगा दी जाती है, तब भगवान का अवतार होता है। गौवंश को नष्ट करने की कोशिश की जाती है, उनपर अत्याचार किया जाता है तब भी भगवान को अवतार लेकर रक्षा करनी पड़ती है। देवताओं को ब्राह्मणों द्वारा किए जाने वाले यज्ञ से मिलने वाले भोजन में व्यवधान किया जाता है तब भगवान अवतार लेते है। साथ ही जब-जब पृथ्वी पर पाप का भार ज्यादा हो जाता है। तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। सबसे प्रमुख कारण तो ये है कि जब-जब भक्तों पर अत्याचार होता है, तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। कथा समापन के बाद आरती हुई और प्रसाद वितरण किया गया। कथा प्रवचन कार्यक्रम व दुर्गा पूजा सुचारू संपन्न करने के लिए पूजा कमेटी के अध्यक्ष ऋषि कुमार, गौतम कुमार, आकाश गुप्ता, सावन कुमार व सभी सदस्य महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।