न्यूज स्केल संवाददाता
कुंदा(चतरा)। बुधवार को लावालौंग प्रखंड अंतर्गत कोलकोले पंचायत भवन में पोस्ता व गांजा की अवैघ खेती के रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय व संचालन पुलिस निरीक्षक सनोज चौधरी ने किया। जिसमें एसडीपीओ अजय केसरी, अवधेश सिंह, प्रमुख मनीषा कुमारी, थाना प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह, रूपेश कुमार आदि मौजूद थे। इस दौरान एसपी ने लोगों को समझाते हुए कहा कि पूत सपूत तो क्या धन संचय, पूत कपूत तो क्या धन संचय, यह एक कहावत है जिसका मतलब है कि अगर बेटा अच्छा है यानी सपूत है, तो उसे धन बचाने की ज़रूरत नहीं है। वहीं, अगर बेटा बुरा यानी कपूत है, तो उसके लिए धन संचय करना बेकार है। उन्होंने यह भी कहा की चतरा पहले नक्सल से बदनाम था अब अफीम और पोस्ता के कारण है। इसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है। अगर कोई अफ़ीम खेती को लेकर जंगलों की साफ़-सफ़ाई करते हैं तो सेटेलाइट के माध्यम से निगरानी रखी जायेगी और संबन्धित व्यक्ति पर कार्रवाई होगी। वही एसडीपीओ ने कहा की ग्रामीण अफ़ीम माफिया के बहकावे में न आएं अफीम/पोस्ते की खेती से नश्ले बर्बाद हो रही है, भविष्य अंधकार में जा रहा है। इसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है। वनपाल सूर्यभूषण कुमार एवं अजीत राम ने कहा किसी भी सूरत में इस बार वन भूमि पर पोस्ता की खेती नही लगने दिया जाएगा। खेती के लिए वन भूमि की साफ़ सफ़ाई करते हुवे पकड़े जाने पर ट्रैक्टर व जेसीबी को जब्त की जाएगी। इसमें आप सभी साथ दें कार्रवाई निश्चित होगी। वही पुलिस पदाधिकारियों ने खेती को लेकर सजा व जुर्माना के बारे में बताते हुए कहा कि एनडीपीएस एक्ट के तहत लगभग 10 वर्ष या आजीवन कारावास की कड़ी सजा का प्रावधान है। वही प्रतिनिधियों ने भी पोस्ता खेती के दुष्प्रभाव के बारे में बताया और कहा की अपने क्षेत्र में इस बार पोस्ता खेती नहीं होगा ये वादा करता हूं। कार्यक्रम में कोलकोले मुखिया राजेश साव, कुंदा मुखिया मनोज कुमार साहू, लमटा मुखिया अमित चौबे, बौधाडीह मुखिया अनीता देवी, नवादा मुखिया भरत यादव, मरगड्डा मुखिया उपेंद्र पासवान, हेडूम मुखिया संतोष राम, जिप सदस्य प्रसाद भारती, जयराम भारती, अखिलेश यादव, जगदीश यादव, मिथलेश चौबे समेत अन्य उपस्थित थे।
पोस्ता व गांजा की खेती की रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का अयोजन, एसपी हुए शामिल
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