रेलवे लाईन के विस्तारिकरण के विरोध में ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन दूसरे दिन जारी, विरोध में मुख्य बाजार की सभी दुकानें रही बंद, घरों में नहीं जले चुल्हे, एसी के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त

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न्यूज स्केल संवाददाता
टंडवा(चतरा)। टंडवा प्रखंड अंतर्गत आम्रपाली कोल परियोजना से सटे सेरनदाग गांव में रेलवे लाईन व साइडिंग निर्माण के विरोध में ग्रामीणों का गुरुवार को दूसरे दिन जारी अनिश्चितकालीन धरना अपर समाहर्ता के आश्वासन के बाद स्थगित की गई। आंदोलन के दुसरे दिन सीसीएल महाप्रबंधक, अधिकारी व जिला प्रशासन के अधिकारी ग्रामसभा को लेकर गांव पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों ने ग्यारहवीं मर्तबा ग्रामसभा का बहिष्कार कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों व आम्रपाली जीएम अमरेश कुमार सिंह, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, सीओ विजय दास, एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार, इंस्पेक्टर अनिल उरांव की मौजूदगी में वार्ता का आयोजन किया। जहां ग्रामीणों ने अपनी तीन सूत्री मांगों में रेलवे लाइन साइडिंग निर्माण को लेकर किए गये फर्जी ग्राम सभा में संयुक्त कर्मचारी और पर्यवेक्षकों पर कानूनी कार्रवाई की मांग, सीसीएल के द्वारा सेरेनदाग गांव में लगाए गये फर्जी कोल बेयरिंग एक्ट को अविलंब हटाने एवं भूमि अधिग्रहण कानून 2013 लागू करने की मांग पदाधिकारियों के बीच दुहराया। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि हमारी मांगों पर सीसीएल प्रबंधन खरा उतरती है तो ही हम सभी ग्रामसभा में शामिल होंगे। जिसपर एसी के निर्देशानुसार जल्द ग्रामीणो, सीसीएल व प्रशासनिक पदाधिकारियों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता करने पर सहमति बनी। जिसे लेकर जल्द तिथि निर्धारित की जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों के आंदोलन को भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव भोक्ता, सुजीत भारती, विनोद बिहारी पासवान, उज्जवल दास, कुलदीप दास, गोविंद तिवारी, संजय पांडेय, ईश्वर पांडेय, शुभम सिंह आदि ने समर्थन दिया। मौके पर पारस गुप्ता, कामेश्वर गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, राजेश चौधरी, मोनू साहु, मोहन साहु, बलराम साहु सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे। वहीं तीन सूत्री मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन के समर्थन और सीसीएल के विरोध में सेरेनदाग मुख्य बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं। आंदोलन को धारदार बनाने के लिए गांव के लोगों ने स्वतः अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी। वहीं गांव के लोगों ने भी अपने-अपने घरों में चुल्हा नहीं जलाया। गांव के सभी घरों के लोग सपरिवार पहुंचकर धरना-प्रदर्शन को प्रभावशाली बनाने के साथ अपनी आवाज बुलंद किया।