न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड (चतरा)। मनरेगा कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के कारण मनरेगा के तहत संचालीत योजनाएं मयूरहंड प्रखंड में पूर्ण रूप से ठप हो गई है। जिसके कारण मजदूरों को रोजगार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और रोजगार के अभाव में मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं मनरेगा कर्मचारी के हड़ताल पर जाने के दिन से मजदूरों द्वारा किए गए कार्य के बदले मजदूरी का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। जिससे मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मजदूर अपने बच्चों व परिवार के भरण पोषण के लिए दूसरे प्रदेश में मजदूरी करने के लिए विवश हैं। जबकि जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए संबंधित पंचायत सचिव व 15 वी वित्त के कनीय अभियंता को अधिकृत किया गया है, ताकि मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ससमय मजदूरी का भुगतान किया जा सके। बावजूद प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा योजनाओं का क्रियान्वयन बंद रहने के साथ मजदूरों के मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। दिखावे के लिए सिर्फ आवास निर्माण कार्य में जुड़े लाभुकों को भुगतान की जा रही है। अब तो और भी परेशानी उत्पन्न होगी क्यूंकि मुखिया एवं पंचायत सचिव भी अनिश्चितकालीन क़लम बंद हड़ताल पर जा चुके हैं। ऐसे में मजदूरों की समस्याओं का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है।
मनरेगा के तहत संचालीत योजनाएं बंद, मजदूर पलायन को मजबूर
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