कोल वाहन के अप्रशिक्षित चालकों के शिकार हो रहे हैं राहगीर, परिवहन विभाग के लापरवाही के कारण टंडवा की सड़कें खून से हो रही है लाल

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न्यूज स्केल संवाददाता
टंडवा (चतरा)। परिवहन विभा के लापरवाही के कारण टंडवा प्रखंड में कोल वाहन को अप्रशिक्षित चालकों द्वारा चलाया जा रहा है। जिसके कारण टंडवा-पिपरवार सड़क चलने वाले कितने राहगीर व मासूमों की जीवन लीला कोल वाहनों के चपेट में आकर समाप्त हो चुकी है। जबकी कई दिव्यांग हो चुके हैं। टंडवा अम्रपाली कोल परियोजना के वाहन कम नहीं थे की अब करेडारी प्रखंड के चट्टी बारीयातु एवं के.डी. परियोजना के कोलवाहन इन दिनों टंडवा के सड़कों में धूम मचाये हुवे हैं। बीते देर शाम चट्टी-बारियातू कोल माइंस से टंडवा-पिपरवार मुख्य सड़क से ढुलाई करने में लगे उड़ीसा स्टीवडोर्स नामक ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के कोल वाहनों दो दुर्घटनाएं हुई। राहम के युवा समाजसेवी उपेंद्र पाण्डेय ने बताया की दोपहर में बसरिया के समीप एक दोपहिया वाहन को चकमा देकर कोल वाहन पास हीं खड़े एक पेड़ से टकरा गया था। जहां कंपनी के कुछ लाइजनरों ने आनन-फानन में वाहन को वहां से हटा लिया। पुनः शाम को ही उड़ीसा स्टीवडोर्स कंपनी के हीं कोलवाहन ने पांडेय मोड़ में दो वाहन को अपने चपेट में ले लिया, जिसमे दो पहिया वाहन स्प्लेंडर प्लस जेएच 13 एच 6237 पर सवार दुंदुवा निवासी सनोज महतो व महेश महतो गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज हेतु हज़ारीबाग़ रेफर कर दिया। जबकि आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने समुचित मुआवजे की मांग करते हुवे कोल वाहनों का अवागमन बाधित कर दिय। वहीं मंगलवार को चट्टी कोल ट्रांसपोटरों द्वारा मुआवजे के रूप में एक लाख रुपए देने की सहमति बनी। जिसके बाद टंडवा-पिपरवार मुख्य सड़क से पुनः कोल वाहनों का अवागमन शुरू हुवा। लोगों की मानें तो उक्त कंपनी अधिकारियों व सफेदपोशों को मैनेज कर बड़े पैमाने में अप्रशिक्षित चालकों को भर्ती कर कोयले की ढुलाई करवा रही। जिससे इन दिनों बेतहाशा दुर्घटनाएं हो रही है।