सीसीएल कर्मी हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, आठ बच्चों की महिला का प्रेमजाल बना मौत का कारण, कांड में शामिल महिला सहित तीन गिरफ्तार
टंडवा(चतरा)। पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन के निर्देश पर गठित एसआईटी ने त्वरित कार्रवाई कर टंडवा थाना क्षेत्र के सीसीएल कर्मी संजय महतो जघन्य हत्याकांड का खुलासा करते हुए कांड में संलिप्त तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ज्ञात हो कि 24 मार्च को लापता सीसीएल कर्मी का शव गोडवार व डेढगरहा के बीच स्थित रेलवे लाइन के पोल संख्या 38/44 में क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया था। जिसपर स्थानीय थाने में कांड संख्या 58/2023 धारा 302/201/120 (बी) 34 दर्ज किया गया था। अनुसंधान के दौरान फॉरेंसिक, डॉग स्क्वायड तथा तकनीकी साक्ष्यों के मदद से होन्हे गांव से पूर्णिमा देवी पति संजीत घांसी, प्रदीप गंझू पिता अन्दु गंझू व रोहन यादव पिता फागुन यादव को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड में प्रयुक्त तीन मोबाइल भी जब्त किया गया। मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि इस नृशंस हत्याकांड का मुख्य वजह मृतक संजय का आठ बच्चों की महिला के साथ अवैध संबंध थे। साथ हीं गांव के कुछ लोगों के साथ विवाद भी बना हुआ था। इस मामले में लगभग 8 से 10 अपराधकर्मियों की संलिप्तता सामने आई है। जिसमें महिला अपने पूर्व प्रेमी एवं आसपास के रहने वाले सहयोगियों की मदद से षड्यंत्र रचकर उक्त घटना को अंजाम दिया है। 23 मार्च के शाम लापता होने की घटना में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि गिरफ्तार महिला द्वारा सुनियोजित तरीके से बुलाए जाने पर आपत्तिजनक अवस्था में ही पूर्व से घात लगाए लोगों ने पकड़कर संजय की पीटाई शुरू कर दी और अधमरे स्थिति में हीं लगभग 3 किमी दूर ले जाकर मौत के घाट उतार कर शव को रेलवे पटरी पर फ़ेंक दिया गया। जहां शव से कटा हुआ हांथ बरामद नहीं हो सका है। बताया गया कि वर्ष 2018 में सीसीएल में लाइजनिंग के रूप में काम करने वाले मृतक संजय पर हजारीबाग जिले के कटकमसांडी में षड्यंत्र पूर्वक हत्या करने के दो मामले कांड संख्या 109/18 व 33/19 दर्ज हैं। सूत्रों की मानें तो इसके पूर्व टंडवा थाना में दर्ज कांड संख्या 55/2003 मंगरु गंझू केश में भी अभियुक्त था। बताया जाता है कि गिरफ्तार आरोपियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया है कि मृतक संजय अय्याशी प्रवृत्ति, फर्जीवाड़ा कर जमीन हड़पने तथा झूठा झांसा देकर यौन शोषण करने जैसे अपराधी प्रवृत्ति का था। छापेमारी दल में डीएसपी के साथ थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह, पुअनि अभिनव आनंद, सअनि उमानाथ सिंह, राजेश राम आदि शामिल थे।