एक दिवसीय मल्टी स्टेक होल्डर्स कंसल्टेशन कार्यशाला का आयोजन

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अनुसंधानकर्ता का अनुसंधान ही केस की दिशा तय करता है: पीडीजे
लोहरदगा- झालसा रांची के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार लोहरदगा के मार्गदर्शन में दिन शनिवार को सिविल कोर्ट परिसर स्थित सभागार में एक दिवसीय मल्टी स्टेक होल्डर्स कंसल्टेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में लोहरदगा जिले में प्रतिनियुक्त विभिन्न थानो से आए पुलिस अधिकारी,   बाल कल्याण समिति के सदस्य, एलएडीसीएस के अधिवक्ता, पैनल अधिवक्ता,  एनजीओ प्रतिनिधि एवं अर्ध न्यायिक स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन पीडीजे सह अध्यक्ष डालसा अरविंद कुमार पांडेय,  फैमली जज श्री सुभाष, पोक्सो स्पेशल जज अखिलेश कुमार तिवारी, डीएलएसए सचिव राजेश कुमार, वरिष्ठ सिविल जज अर्चना कुमारी एवं जया स्मिता तिर्की द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया । उद्घाटन भाषण में डालसा अध्यक्ष सह पीडीजे ने डीएलएसए के द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी और प्रतिभागियों को कार्यशाला से ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने का आह्वान किया। डालसा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि अनुसंधानकर्ता खुद को कभी छोटा नहींसमझे,  न्यायालय उनके द्वारा कही गयी बात को गंभीरता से लेती है। कार्यक्रम में प्रथम जिला एवं  अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट, अखिलेश कुमार तिवारी ने पोक्सो एक्ट के विभिन्न पहलुओं से लोगों को अवगत कराया और कहा कि पोक्सो कानून के द्वारा बच्चियों के विरुद्ध किए जा रहे यौन दुर्व्यवहार को सफलतापूर्वक रोका जा रहा है। क्योंकि इसमें दोषी को कठोरतम सजा का प्रावधान किया गया है और यौन अपराध से संबंधित मामलों को न्यायालय प्राथमिक स्तर पर तीव्र गति से निपटारा करती है । उन्होंने प्रतिभागियों को पोक्सो एक्ट के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी। बाल कल्याण समिति के अनुराग कुमार ने स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम, बाल कल्याण समिति के कार्य तथा पोक्सो एक्ट के तहत बालकों- बालिकाओं की स्थिति एवं जूविनाइल जस्टिस एक्ट के तहत बालकों के संरक्षण संबंधी विभिन्न प्रावधानों को बताया । कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजेश कुमार के द्वारा किया गया.