न्यूज स्केल डेस्क
रांची। केंद्रीया वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 2024 के पेश बजट पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सौतेलेपन का उदाहरण बनकर रह गया है झारखंड। लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला झारखंड से बीजेपी ने केंद्रीय बजट के जरिए लिया है। वहीं प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी सतीश पाल मुजनी ने कहा कि दुर्भाग्य है कि वित्त मंत्री कांग्रेस के लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र का नकल भी ठीक से नहीं कर पायीं। जबकी कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बजट में झारखंड की उपेक्षा करके दिखा दिया कि हक देने के समय वह झारखंड को सबसे निचले पायदान पर रखते हैं। बजट को जगदीश साहू ने मजदूर और किसान विरोधी बताया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बजट पर कहा कि आश्चर्यजनक है कि कुल बजट की सिर्फ एक से दो प्रतिशत राशि का प्रावधान पूरे देश में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया गया है। जबकी बातें उत्पादकता बढ़ाने की कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस बजट में राजनीतिक सहयोग की कीमत चुकाने की विवशता स्पष्ट दिखाई पड़ रही है। 2016 से 2022 के बीच 24 लाख उत्पादक कंपनियां बंद हो चुकी हैं। इनके लिए सिर्फ क्रेडिट गारंटी की बात की गई है। कोई ठोस उपाय नहीं। जबकी किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सीधे तौर पर बजट में प्रावधान नहीं किया गया है, ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सके। साथ ही बजट में कोई ऐसा प्रावधान नहीं किया गया है जिससे आम उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत मिले। पेश बजट से स्पष्ट है कि युवाओं को रोजगार के लिए निजी क्षेत्र पर निर्भर रहना होगा। ऐसे में बजट का फोकस जनता नहीं, सत्ता है।
केंद्र के 2024 के बजट को झारखंड कांग्रेस ने बताया युवा, मजदूर और किसान विरोधी, कहा दुर्भाग्य है वित्त मंत्री कांग्रेस के लोकसभा चुनाव घोषणा पत्र का नकल भी नहीं कर पायी
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