पत्थलगड़ा: स्थाई बीडीओ-सीओ नहीं होने से ग्रामीण परेशान, लोगों ने पदस्थापन की उठाई मांग

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न्यूज स्केल ब्यूरो, श्रीकांत राणा
चतरा/पत्थलगड़ा। जिले के पत्थलगड़ा प्रखंड में स्थाई प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी के नहीं रहने से विकास कार्यों पर विपरीत असर पड़ रही है। साथ ही कई कल्याणकारी योजनाएं बाधित हो रही हैं। ज्ञात हो की 05 मार्च 2024 को प्रखंड विकास पदाधिकारी मोनी कुमारी का तबादला हो जाने के बाद गिद्धौर प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल देव को पत्थलगड़ा बीडीओ व सीओ का अतिरिक्ता प्रभार दिया गया। ऐसे में दो प्रख्ंाडों के बीडीओ व सीओ के प्रभार के कारण पत्थलगड़ा में समय नहीं दे पाते हैं। आलम यह है ग्रामीण प्रखंड कार्यालय कार्यों को लेकर पहुंचते हैं, पर बीडीओ का घंटो इंतजार करने के बाद बेरंग वापस लौट जाते हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सप्ताह में दो या तीन दिन प्रभारी बीडीओ पहुंचते हैं, पर दो-तीन घंटे ही समय दे पाते हैं। जिसके कारण कुछ लंबीत कार्य होते हैं, अधिकतर पैंडींग ही रह जाते हैं। प्रखंड में स्थाई बीडीओ एंव सीओ नही होने के कारण विकास कार्यों की गति धीमी हो गई है। छात्र-छात्राओं के जातीय, आवासीय, आय प्रमाण पत्र के अलावे जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में हो रहे विलंब के कारण लोगों को विभिन्न प्राकर की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जमीन के मोटेशन, मनरेगा व 15वीं वित्त योजना के अतिरिक्त अन्य कार्यों में गिरावट आने लगी है। ग्रामीणों ने पत्थलगड़ा प्रखंड में बीडीओ व सीओ के पदस्थापन की मांग सरकार से की है।