
न्यूज स्केल टीम
मयूरहंड(चतरा)। जैसे जैसे 2024 लोकसभा चुनाव की तारिख नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे चुनावी समीकरण मयूरहंड प्रखंड में बन व बिगड़ रहा है। मयूरहंड प्रखंड में कल तक जो भाजपा का झंडा लेकर मोदी की गुनगाण करते थकते नहीं थे, वे आज झंडा घरों में रखकर मौन धारण कर बैठे हैं। इसका मुख्य कारण तथाकथित नेताओं द्वारा उत्साहित कार्यकर्ताओं को उपेक्षित करना बताया जा रहा है। नाम उजागर नहीं करने के शर्त पर दर्जनो भाजपा समर्पित कार्यकर्ताओं ने बताया की बूथ स्तर पर कडी मेहनत हमलोग करते हैं और फायदा लंबा कुर्ता धारी उठाते हैं। परंतु इसबार वोट की चोट से तथाकथित नेताओं को उनकी औकात बता दिया जाएगा। वहीं दुसरी ओर मोदी लहर का हवाला देते हुए भाजपा के प्रत्याशी समेत तथाकथित नेताओं ने तो अभी से ही जीत का दंभ भरने के साथ आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं। यही कारण है कि नाराज चल रहे कार्यकर्ता से इनके सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टी के प्रत्याशी व नेताओं इसका भरपूर फायदा उठाने में चुक नहीं कर रहे हैं। भाजपा से नाराज चल रहे कार्यकर्ता की पहचान उजागर ना हो इसे ध्यान में रखकर उन्हें सर आंखों पर बिठाए हुए हैं। कुल मिलाकर इसबार क्षेत्र के मतदाताओं में मोदी मेजिक कम क्षेत्र में विकास का मुद्दा ज्यादा असर दिखाई दे रही है। दुसरी तरफ भाजपा के लिए एक और नुकसान राजपूत समाज की नाराजगी दिखाई से नजर आ रहा है। जिससे राजपूत समाज का एक खेमे द्वारा इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान करने की मुहिम चलाई जा रही है। जिससे भाजपा को सिधा नुकसान और इंडिया गठबंधन को सीधा लाभ मिलता दिखाई देता है। अब देखना दिचस्प होगा कि 20 मई चुनाव तक और क्या बदलाव होता है।