स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन सील, 4 जून को मतगणना में मालूम पड़ेगा आर या पार

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न्यूज स्केल संवाददात
गुमला(झारखंड)। ईवीएम मशीन में कैद हुए मतदाताओं के मतों को लेकर भाजपा, कांग्रेस एवं कद्दावर झामुमो के बागी निर्दलीय प्रत्याशी लगा रहे अंदाज कौन पड़ेगा किस पर भारी। वहीं अन्य 12 उम्मीदवार भी कर रहे अब 4 जून मतगणना का इंतजार। जी हां यही स्थिति है अब लोहरदगा लोकसभा निर्वाचन संसदीय क्षेत्र में संपन्न हुए 13 मई को मतदान के बाद। यहां बताते चलें कि लोहरदगा सीट पर लगातार तीन बार भाजपा की जीत को आगे बढ़ाने के लिए लोकसभा चुनाव 2024 में सांसद सुदर्शन भगत की जगह मोदी की गारंटी को लेकर भाजपा ने लोहरदगा सीट से भाजपा प्रत्याशी समीर उरांव को मौका दिया है वहीं इंडिया गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत चुनावी मैदान में हैं और अपना भाग्य आजमा रहे हैं लेकिन सबसे बड़ा झटका गठबंधन के झामुमो बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा ने देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर कर लोहरदगा सीट के लिए जो वोट-बैंक कांग्रेस और भाजपा समझ रहे थे उनके सारे राजनीतिक समीकरण बदल दी है इसके अलावा चुनावी मैदान में अन्य 12 प्रत्याशियों से भी कांग्रेस भाजपा को अपने वोट-बैंक में सेंधमारी का खतरा अलग सता रहा है यहां बताते चलें कि जहां भाजपा यदि लोहरदगा सीट जीती तो यह उसकी लगातार चौथी जीत होगी और यदि कांग्रेस प्रत्याशी जीतते हैं तो यह कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी जीत होगी क्योंकि कांग्रेस का किला कहलाने वाले लोहरदगा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का किला ध्वस्त हो गया है और इस ध्वस्त किला की वापसी होगी लेकिन यह आसान नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस झामुमो गठबंधन से कांग्रेस की जीत की जो उम्मीद थी वह झामुमो विधायक चमरा लिंडा की नाराज़गी और बगावत को लेकर चले तो कद्दावर विधायक चमरा लिंडा ने लोहरदगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में विगत लोकसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो पाएंगे कि कांग्रेस तीसरे नंबर पर चली गई थी और चमरा लिंडा ने लोहरदगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र पर चुनावी मैदान में दूसरे नंबर पर रहे थे। इस लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस और भाजपा दोनों राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने बड़ी-बड़ी चुनावी सभा की जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं राहुल गांधी ने अपने-अपने प्रत्याशी के लिए हुंकार भरी है वहीं दूसरी ओर देखें तो झामुमो के बागी विधायक चमरा लिंडा ने लोहरदगा जिले में एक बड़ी चुनावी सभा जो भाजपा और कांग्रेस से कम भीड़ इकट्ठी नहीं बल्कि पूरे जोश और उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी ललकार दिखाकर अपनी ताकत का आभास कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए करा दी है कहा जाता है कि यदि निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा जो झामुमो से बिशुनपुर विधायक भी हैं यदि उनकी भंडरा में आयोजित चुनावी सभा में जो जन समर्थन दिखाई थी वो जनसमर्थन यदि ईवीएम मशीन में लोकतंत्र के महापर्व पर यदि बटन दबाया गया है तो लोहरदगा सीट पर 4 जून को चौंकाने वाले चुनाव परिणाम सामने आ सकते हैं। फिलहाल अभी लंबा समय है चुनावी नतीजे आने में लेकिन तब तक प्रत्याशी चौन की नींद नहीं बल्कि मतदान केंद्रों में एवं पांचों विधानसभा क्षेत्र गुमला बिशुनपुर सिसई लोहरदगा एवं मांडर में वोट प्रतिशत से आंकड़े लेकर सभी तो नहीं लेकिन कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी सहित कद्दावर विधायक चमरा लिंडा अपने अपने परंपरागत वोट-बैंक और कार्यकर्ताओं की मेहनत से इसमें इजाफा का अंदाजा लगा अपनी जीत के लिए बेताब हैं।