
न्यूज स्केल टीम
रांची/चतरा। चतरा सदर विधायक सत्यानंद भोक्ता राज्य के नई सरकार में चौथी बार मंत्री बनकर एक रिकॉर्ड बना दिया है। ज्ञात हो की जमीन घोटाले के मामले में ईडी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपाई सोरेन के नेतृत्व में बनी झारखंड सरकार में चतरा से राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता को मंत्री बनाया गया है। शुक्रवार को राज्यपाल ने सत्यानंद भोक्ता को मंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के साथ हीं सत्यानंद भोक्ता चतरा के इकलौते ऐसे विधायक हो गए जिन्हंे रिकार्ड चौथी बार कैबिनेट मंत्री बनने का मौका मिला है। मंत्री पद की चौथी बार शपथ लेते हीं उनके चतरा सदर प्रखंड अंतर्गत पैतृक गांव कारी मोकतमा और राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटी।
सत्यानंद भोक्ता का राजनीतिक सफर
चतरा जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत कारी मोकतमा गांव में 2 मई 1972 को हुआ था। उनके पिता का नाम स्व. जगरनाथ भोक्ता तथा माता का नाम स्व. रमनी देवी है। वहीं उनकी पत्नी का नाम परवा देवी है तथा इनके चार पुत्र हैं। इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई किए श्री भोक्ता पहली बार साल 2000 में चतरा से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद 2005 और 2019 में भी विधायक बने और तीनो बार वो मंत्री बनाए गए। राज्य गठन के बाद सत्यानंद भोक्ता 2004 में तत्कालीन अर्जुन मुंडा सरकार में मात्र 4 महीने के लिए पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री रहे, उसके बाद विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई। 2004 चुनाव जीतने के बाद पुनः अर्जुन मुंडा सरकार में उन्हें शामिल किया गया और इस बार कृषि एवं गन्ना विकास मंत्री की जिम्मेवारी मिला। उपरोक्त दोनो चुनाव श्री भोक्ता भाजपा के टिकट पर लड़े और विजयी हुए। 2009 में श्री भोक्ता चतरा के बजाय सिमरिया से चुनाव लडे और हार गए। 2014 में भाजपा ने उन्हे चतरा से टिकट नही दिया और वे झारखंड विकास मोर्चा का दामन थाम लिए परंतु जीत हासिल नहीं कर पाए। 2019 में राजद में शामिल हो गए और चतरा विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार जनार्दन पासवान को हराया और हेमंत सरकार में श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री बनाए गए। 2024 में पुनः चंपाई सोरेन के सरकार में मंत्री बनाए गए।
रिकॉर्ड चौथी बार मंत्री बने तथा चतरा विधानसभा सीट से तीन बार जीत हासिल करने वाले मंत्री सत्यानंद भोक्ता लोगों के बीच लोकप्रिय हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है की संभवतः श्री भोक्ता प्रदेश के एक मात्र ऐसे मंत्री हैं जो विधानसभा क्षेत्र के लोगों को नाम से पहचाने हैं। कोई भी त्योहार हो कार्यक्रम हो या अनुष्ठान हो एक मंत्री के तौर पर लाख जिम्मेवारियों के बावजूद क्षेत्र के लोगों के बीच हमेशा सुख-दुख में उपलब्ध रहने की खासियत इन्हे लोगों का चहेता बनाती है।