घना कोहरा व शीत लहर के प्रकोप से विद्यालय जाने वाले छात्रों ले साथ बुजुर्गों की बढ़ी परेशानी
चतरा/प्रतापपुर। पिछले कुछ दिनों से जिले में कोहरे व शीत लहरी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। मौसम में हुए अचानक इस परिवर्तन और बह रहे शीत लहर ने ऐसा अपना प्रकोप बना रखा है की हड्डी में भी ठंड का एहसास करा दे रहा है। वहीं विद्यालय जाने वाले बच्चे भी इस ठंड में ठिठुरते हुए विद्यालय जा रहे हैं। इस ठंड में ना माथे पर टोपी न पैरों में मौजा, न चप्पल कल्पना किया जा सकता है कि बच्चे किन परिस्थितियों से गुजरते होंगे। क्योंकि 9ः00 बजे से विद्यालय पहुंचने का और पढ़ाई प्रारंभ होने का निर्धारित समय है। जो दिन के 3ः00 बजे तक संचालित होता है। ऐसे में विद्यालय समय पर पहुंचने के लिए सुबह से ही तैयारी प्रारंभ कर दी जाती है। बीते कुछ दिनों से घना कोहरा के कारण सूर्य नारायण के दर्शन भी 12ः00 बजे दिन से पहले होते नहीं हैं।
अभिभावकों का कहना है कि बढ़े ठंड व सीतलहर के बावजूद बच्चे विद्यालय जा ही रहे है और अक्सर बीमार पड रहे हैं। वहीं जो सक्षम हैं वह तो गर्म कपड़ों के साथ बच्चों को विद्यालय भेज रहे हैं। लेकिन जो सक्षम नहीं है वह बच्चे ठंड के शिकार भी हो रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक शीतलहरी का प्रकोप है तब तक के लिए विद्यालय को बंद रखा जाए या फिर बाल हित में विद्यालय की समय सारणी में परिवर्तन करते हुए 10ः00 बजे से 2ः00 बजे तक का समय रखा जाए।