राज्य गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर अयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बोले उपायुक्त
लोहरदगा। झारखंड राज्य गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज नगर भवन में जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त डॉ ताराचंद ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रसिद्ध नृत्य प्रस्तुत किये गए। कार्यक्रम में उपायुक्त ने कहा कि हमारे राज्य की सांस्कृतिक और परंपरा बहुत ही समृद्ध है। हमारे देश के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग संस्कृति है। इस तरह हमारा देश विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का समागम स्थल है। पूरे विश्व में भारत के अतिरिक्त कोई अन्य देश नहीं हैं जहाँ इतनी विविधता हो। राज्य में 32 जनजातियां हैं। यह भगवान बिरसा मुंडा का स्थल है, यहां संताल विद्रोह हुए। यह राज्य हो, मुंडाओं के विद्रोह का गवाह रहा है। यह राज्य कितनी धरोहर, संस्कृति व परंपराओं को समेटे हुए है।
यहाँ बोलना संगीत और चलना नृत्य

उपायुक्त ने कहा कि झारखंड के कण-कण में कला और सांस्कृतिक झलकती है। यहां बोलना संगीत बन जाता है तो चलना नृत्य। इसके पीछे एक गूढ़ अर्थ छुपा है। राज्य के लिए 25 वर्ष बहुत चुनौतीपूर्ण रहे हैं। कई क्षेत्रों में बेहतर कार्य हुए हैं तो कई क्षेत्रों में हमें बेहतर करना है। हमलोगों ने झारखंड की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए कार्य किया है। आने वाले समय और भी चुनौतियां हैं। हमें अपनी संस्कृति को राष्ट्रीय पटल पर दर्शाने के लिए अपने परिधान को नियमित पहनना होगा। दक्षिण भारत के लोग अपने पहनावे को नहीं छोड़ते हैं। अपनी संस्कृति और परंपरा को साथ लेकर चलते हैं। यहाँ की परंपरा को दिखाना होगा। संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित के लिए डॉक्यूमेंट्री और फ़िल्म निर्माण की भी जरूरत है। समाचार पत्रों में नियमित रूप से जिला में रहने वाली विभिन्न जनजाति, यहां मिलने वाली संस्कृति, निभाई जाने वाली परंपरा, यहाँ का इतिहास, वेशभूषा, खानपान आदि से संबंधित पर आलेख लिखा जाना चाहिए।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का सभी ने उठाया लुत्फ
आज सांस्कृतिक कार्यक्रम में उर्सुलाईन बालिका उच्च विद्यालय लोहरदगा की छात्राओं द्वारा सामूहिक नृत्य, मंजूरमती उच्च विद्यालय लोहरदगा के छात्रों द्वारा सामूहिक नृत्य, कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय सेन्हा के छात्राओं द्वारा सामूहिक नृत्य, कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय भण्डरा की छात्राओं द्वारा सामूहिक नृत्य, लोहरदगा ऑफिसियल डांस एकेडमी द्वारा सामूहिक नृत्य, लोकनाथ कला जत्था पेशरार के द्वारा सामूहिक नृत्य, कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय सेन्हा के छात्राओं द्वारा सामूहिक नृत्य और रीदमिक डांस एकेडमी द्वारा सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का सभी लोगों ने लाभ उठाया।
आज के कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, अपर समाहर्ता जितेंद्र मुंडा, आइटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, विधायक प्रतिनिधि निशीथ जायसवाल समेत जिला स्तरीय पदाधिकारीगण व बड़ी संख्या में प्रतिभागी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।








