गिद्धौर(चतरा)। गिद्धौर प्रखंड के पहरा पंचायत की मुखिया बेबी देवी ने प्रभारी पंचायत सचिव के मनमानी रवैया से क्षुब्ध होकर मंगलवार को उपविकास आयुक्त को आवेदन दिया। आवेदन में कहा गया है कि अबुआ आवास योजनाओं का ग्राम सभा में लाभुकों का वरीयता क्रम के आधार पर चयन किया जाना था। लेकिन पंचायत सचिव ने मनमानी तरीके से वरीयताक्रम तोड़कर लाभुकों का चयन किया एवं भुगतान किए है। 15 वें वित आयोग से 2023/24 एवं 24-25 में चयनित योजनाओं में कुआं मरम्मती, चबूतरा, पीसीसी पथ, चापाकल मरम्मती हेतु सामग्री कार्य का भुगतान पंचायत सचिव द्वारा नहीं किया जा रहा है। जब मैं पूर्ण कार्यों को भुगतान करने के लिए कहती हूं तो पंचायत सचिव साफ शब्दों में कहते हैं कि हमारे पास अभी समय नहीं है। जब मेरा मन होगा तब मैं भुगतान करूंगा। मैं महिला मुखिया होने के नाते मुझे एवं मेरे बातों का जानबूझकर अवहेलना करते हैं तथा प्रतिदिन मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित करते हैं। ग्राम सभा से चयनित तेतरी देवी पति स्वर्गीय प्रेम साव को पंचायत भवन साफ सफाई करने हेतु रखा गया है। जिसका प्रोत्साहन राशि प्रतिमाह 1 हजार रुपए है। जिसका भुगतान 10 माह का किया गया है। परंतु 18 माह का प्रोत्साहन राशि का भुगतान पंचायत सचिव द्वारा नहीं किया जा रहा है। साथी ही पंचायत का सारा कागजात प्रखंड कार्यालय में रखते हैं।आवास समेत अन्य योजनाओं में मनमानी ढंग से लाभुकों से रिश्वत वसूल करते हैं। पंचायत की मुखिया होने के नाते मेरी राय सलाह का सामान नहीं करते है। प्रभारी पंचायत सचिव पहरा पंचायत भवन महीना में इक्का दुक्का दिन ही पहुंच खानापूर्ति करते हैं। मुखिया ने पंचायत सचिव को तत्काल पहरा पंचायत से हटाने की मांग की है। मालूम हो कि मुखिया प्रभारी पंचायत सचिव की शिकायत बीडीओ राहुल देव को कई बार मौखिक व आवेदन देकर कर चुकी है। परंतु आज तक मुखिया के दिए आवेदन को अनदेखी किया गया। इस संबंध में पंचायत सचिव चितरंजन शर्मा से पक्ष लेने के लिए फोन से संपर्क किया, परंतु फोन नहीं उठाए और कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी।