लातेहर। पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव को मिली गुप्त सूचना पर ही जेजेएमपी सरगना पप्पू लोहरा उर्फ सूर्यदेव लोहरा उर्फ सोमेद लोहरा पिता गरजू मिस्त्री लुंडी-कोने, लातेहार और सब कमांडर प्रभात गंझू उर्फ सुदेश गंझू, डोकर-लक्षीपुर, बालुमाथ निवासी पुलिस में मुठभेड़ में मारा गया। पप्पू लोहरा दस लाख व प्रभात गंझू पांच लाख रूपये का इनामी था। जबकि एक उग्रवादी आशीष सिंह घायल है, उसको सदर अस्पताल में इलाज कराने के उपरांत रिम्स भेज दिया गया है। इस मुठभेड़ में अवध सिंह नामक एक जवान घायल हुआ है, उसे भी रिम्स रेफर किया गया है। पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में घटना के संबंध में एसपी कुमार गौरव ने बताया कि सूचना मिली थी कि पप्पू लोहरा इचाबार के जंगल में अपने चार पांच साथियों के साथ भ्रमणशील है। इसी सूचना पर पुअनि रविंद्र महली के साथ पुलिस टीम ने इचाबार जंगल में छापामारी की। इसी दौरान जंगल में पुलिस की आहट मिलते ही उग्रवादियों ने गोली चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमें पप्पू लोहरा और प्रभात गंझू मारा गया।
शेष उग्रवादी भागने में सफल रहे। प्रेस वार्ता में आईजी पलामू सुनील भास्कर और डीआईजी पलामू वाईएस रमेश भी उपस्थित थे। उन्होने कहा कि पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर पूरे प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। आगे कहा कि अगर उग्रवादी सरेंडर नहीं करते हैं तो उनका भी यही अंजाम होगा। छापामारी में पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, एसडीपीओ अरविंद कुमार, डीएसपी संजीव कुमार मिश्रा, पुनि प्रमोद कुमार सिन्हा व उमेश प्रसाद सिंह, पुअनि रामाकांत गुप्ता, राहुल सिन्हा, रविंद्र महली व उमापद महतो के अलावा सैट-01 के जवान शामिल थे।
मुठभेड़ के बाद बरामद सामग्रियां
एक इंसास रायफल, 20 अदद गोलियों का खोखा, दो अदद पाउच मैगजीन सहित, एक मोटरसाइकिल, तीन पिठ्ठू व एक सोल्डर बैग बरामद किया गया है। पप्पू लोहरा पर पूरे झारखंड के विभिन्न जिलों में कुल 98 मामले दर्ज है।