झारखंड की झांकी में दिखेगी रतन टाटा की जीवन यात्रा, झारखंड के विरासत, विकास एवं संस्कृति की झलक को देखेगा देश, लगातार तीसरी बार कर्तव्य पथ पर चलेगी झारखंड की झांकी

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न्यूज स्केल डेस्क
रांची। नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर होने वाले परेड में इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर झारखंड की पेश की जाने वाली झांकी में दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा की जीवन यात्रा की झलक दिखेगी। गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में झारखंड समेत 15 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों का चयन हुआ है। गणतंत्र दिवस पर होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए झारखंड ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इस वर्ष झारखंड की झांकी में स्वर्गीय रतन टाटा को श्रद्धांजलि के साथ झारखंड की धनी संस्कृति यहां की पारंपरिक नृत्य, शिक्षा में नारीशक्ति के बढ़ते कदम आदि को झांकी में प्रदर्शित की जाएगी। मालूम हो कि 2024 मे दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड के अवसर तसर सिल्क पर आधारित झांकी प्रदर्शित की गई थी। इस झांकी में झारखंड की कला-संस्कृति और नारी सशक्तिकरण के विविध आयाम भी प्रदर्शित होंगे। झांकी के प्रारूप को केंद्र की मंजूरी मिल गई है।

परेड में दिखेगा टाटा नगर के औद्योगिक इकाइयों का विहंगम प्रारूप

यह लगातार तीसरा वर्ष है, जब झारखंड की झांकी को राजपथ पर होने वाले परेड में शामिल किया गया है। झांकी में रतन टाटा की जीवन यात्रा एक एलईडी स्क्रीन पर दिखाई जाएगी। उनकी एक प्रतिमा भी होगी और इसके साथ झारखंड के टाटा नगर के औद्योगिक इकाइयों का विहंगम प्रारूप दिखेगा।

सोहराई पेंटिंग झारखंड का एकमात्र सांस्कृतिक उत्पाद है, जिसे हासिल है जीआई टैग

झांकी के अगले हिस्से में झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच पढ़ाई करती बच्चियां दिखेंगी। इसके अलावा झांकी के चारों तरफ राज्य की सोहराई और कोहबर पेंटिंग की कृतियां दिखाई जाएंगी। सोहराई पेंटिंग झारखंड का एकमात्र सांस्कृतिक उत्पाद है, जिसे जीआई टैग हासिल है। झांकी के साथ राज्य के कलाकारों का दल होगा, जो यहां की पारंपरिक नृत्य कला का प्रदर्शन करेगा। 2024 में दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर झारखंड में तसर सिल्क पर आधारित झांकी प्रदर्शित की गई थी।

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