जननी सुरक्षा योजना राशी वितरण में किया जाता है बंदरबांट, महिला का अरोप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूति महिलाओं से नर्स लेती है पंद्रह सौ रुपए

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न्यूज स्केल संवाददाता
कुंदा(चतरा): जननी सुरक्षा योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत गरीब महिलाओं को सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा प्रसूति महिला को दिए जाने का प्रावधान है। उक्त योजना के तहत प्रसूति को चौदह सौ रुपये दिए जाते हैं। लेकिन कुंदा में प्रसव कराने में नर्स द्वारा उल्टे प्रसूति महिलाओं से पंद्रह सो रुपए ली जाती हैं। इस बाबत कुंदा प्रखंड के टिकैतबान्ध निवासी नागेंद्र गंझू की पत्नी सावित्री देवी का कहना है कि एक बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र कुंदा में जन्म दी थी, प्रसव के बाद नर्स प्रियंका कुमारी ने प्रसव करने के बदले में पन्द्रह सौ रुपए की मांग की, लेकिन सावित्री देवी ने नर्स से बहुत गिड़गिड़ाई तब भी नर्स ने पांच सौ रुपये ले ही लिए। आगे आरोप है कि बात यहीं खत्म नहीं हुई नर्स ने प्रसूति महिला पर दबाव बनाते हुए बोली की तीन सौ रुपए बाकी रह रहा है इसे भी दे देना। ऐसे में आश्चर्य की बात है की सरकार जहां प्रसूति महिला व बच्चे को स्वस्थ् रहने के लिए योजना के माध्यम से दी जाती है, तो दूसरी तरफ भ्रस्ट कर्मी राशि मिलने से पहले ही बंदरबाट करने में लगी हैं। इस संबंध में नर्स प्रियंका ने पूछे जाने पर बताया की उनलोगों ने हमे खुशी से पांच सौ रुपये दिए हैं। हमलोग काफी मेहनत से प्रसव कराते हैं, उसी के खुशी में लोग देते है। वही इस सम्बंध में चिकित्सा प्रभारी संजीव कुमार ने बताया की ऐसी जानकारी नही हैं, यदि इस तरह का मामला है तो उक्त परिवार से लिखित आवेदन मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।