गोड्डा के Google Boy से मिलिए, पहली कक्षा के मयंक की नॉलेज से आप भी रह जाएंगे हैरान

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गोड्डा: झारखंड के गोड्डा के ज्ञानस्थली पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाला सात साल का मयंक गूगल बॉय के नाम से चर्चित हो रहा है. इतनी छोटी उम्र में ही मयंक इतनी जानकारियां रखता है कि इनके जवाब गूगल तक में नहीं मिलते. वो उन सवालों के जवाब तुरंत दे देता है. खेलने-कूदने की उम्र में मयंक मोबाइल फोन में इंसानों पर होने वाली सर्जरी का वीडियो देखता है और इसकी बारीकियों को समझने व सीखने की कोशिश करता है.

बहुमुखी प्रतिभा का धनी मयंक पहली कक्षा का छात्र है. लेकिन उसके अनोखे ज्ञान से हर कोई अचंभित हो जाता है. मयंक में इतनी प्रतिभा है कि कई बार उसके सवालों में शिक्षक भी फंस जाते हैं. मयंक को हर वो चीजे याद है जो झारखंड पब्लिश सर्विस कमीशन यानी जेपीएससी (JPSC) की तैयारी करने वालों को भी नहीं होती है. हैरान करने वाली बात यह है कि मयंक को यह सब स्कूल में नहीं पढ़ाया गया है. बल्कि उसने अपने प्रयास से इसे खुद सीखी है.

नन्हे मयंक को विश्व के सभी देशों का झंडा याद है. साथ ही वो उन झंडों में दिखने वाले प्रतीक चिह्नों के बारे में भी जानता है. झंडे में अमुक प्रतीक चिह्न के होने के पीछे के क्या कारण है, उसने यह भी बताया है. इसके अलावा, उसे एटलस में चित्रित सभी देशों के नाम याद हैं. यही नहीं, उसको सभी देशों के पड़ोसी देशों का भी नाम पता है. समोसे में आलू का विचार कहां से आया? ऑपरेशन से पहले एनेशथेसिया क्यों दी जाती हैं, और कब दी जाती है? मयंक को यह भी पता है. उसने यह सबकुछ यू-ट्यूब से सीखा है.

यूट्यूब से मिली अद्भुत जानकारी

मयंक बताता है कि लॉकडाउन के दौरान जब स्कूल बंद था तो इस दौरान उसे यूट्यूब से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला. उसने यह सारी जानकारी वहीं से जुटाई है. उसे नई-नई जानकारियां इकट्ठा करना अच्छा लगता है.

मयंक के शिक्षक बताते हैं कि ऐसी प्रतिभा कम बच्चों में देखने को मिलती है. मयंक की इस प्रतिभा को और निखारने का प्रयास किया जा रहा है.