
चतराः झारखंड राज्य जनसेवक संघ का अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ होने के साथ विकास कार्यों पर इसका प्रतिकुल प्रभाव दिखने लगा है। अनिश्चितकालीन हड़ताल कृषि निदेशक के द्वारा जनसेवकों को दिए जा रहे ग्रेड पे 2400 से घटा कर कम करने, जनसेवक के खिलाफ कृषि विभाग द्वारा नियुक्ति नियमावली एवं ग्रेड-पे में छेड़-छाड़ तत्काल स्थाई रूप से बंद करने, जनसेवक को पूर्व की भांति तकनिकी पद मानते हुए ग्रेड-पे 4200 करने, 2012 में नियुक्त सभी जिले में जनसेवकों को तत्काल एमएसीपी का लाभ देने, 2012 में नियुक्त जनसेवकों सहित अन्य कर्मियों का राज्य स्तरीय वरीयता सूची अविलंब प्रकाशित करने, जनसेवकों की सम्पूर्ण सेवा 2011 जनसेवक भर्ती नियमावली के तहत कृषि विभाग में वापस लेते हुए डीडीओ परिवर्तन का पत्र अविलंब निर्गत करने, जनसेवक का पदनाम बदल कर कृषि प्रसार पर्यवेक्षक या प्रखंड उप कृषि पदाधिकारी करने, जनसेवक को सीमित परीक्षा में बैठने की अनुमति देने, झारखण्ड कृषि शिक्षा पर्षद का अविलम्ब गठन करते हुए जनसेवकों की प्रोन्नति प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं समकक्ष सभी पदों पर करने, जनसेवकों को गैर कृषि कार्यों से मुक्त करने, पूर्व की तरह जनसेवकों के लिए निःशुल्क कृषि स्नातक की पढ़ाई करने की व्यवस्था करने सहित 11 सूत्री मांगों के समर्थन में शुरू किया गया है।