खरगोन (मध्य प्रदेश): मंगलवार सुबह मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में अचानक यात्रियों से भरी बस 50 फीट उंचे पुल से नदी में गीर गई और चिख पुकार मच गई। आसपास के ग्रामीणों ने बस के कांच तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे में 22 यात्रियों की मौत हो गई है। जिसमें 3 बच्चे, 9 महिलाएं और 10 पुरुष शामिल हैं। बस डोंगरगांव और दसंगा के बीच बोराड़ नदी जो सूखी हुई थी के पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे जा गिरी। हादसे को लेकर राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। 30 से अधिक घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया। जबकी सात घायलों को इंदौर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकी प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन आरटीओ बरखा गौड़ को सस्पेंड कर दिया है। डोंगरगांव के ग्रामीणों के अनुसार मां शारदा ट्रैवल्स बस में 50 से 60 लोग सवार थे और हादसा करीब सुबह 9 बजे हुई। घटना स्थल पर पुलिस-प्रशासन से पहले डोंगरगांव और लोनारा के ग्रामीण पहुंच गए और बस के कांच फोड़कर घायलों को बाहर निकालकर अपनी गाड़ियों से अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव से पांच मिनट पहले ही बस निकली थी और रफ्तार से चल रही थी।
हादसे में मृतकों व घायलों के संबंध में खरगोन जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अमर सिंह चौहान ने बताया कि 3 घायल यात्रियों की मौत अस्पताल में हुई है। शुरुआत में 15 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। वहीं कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि 22 लोगों की मौत हुई है।
परिवहन मंत्री किया आदेश जारी, अब लंबी दूरी की बसों में होंगे दो ड्राइवर
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बस का रजिस्ट्रेशन और फिटनेस निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही एक और आदेश जारी किया है कि लंबी दूरी की बसों में दो ड्राइवर अनिवार्य रहेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि रफ्तार तेज होने के कारण अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए बस पुल से नीचे जा गिरी। बस में 50 से अधिक यात्री थे और नदी सूखी होने के कारण अधिकतर यात्रियों को चोट लगी है। 15 यात्रियों की मौत मौके पर ही हो गई थी।
ड्राइवर का पता नहीं चला
एसडीएम के अनुसार हादसा जिला मुख्यालय से लगभग 34 किलोमीटर दूर ऊन थाना क्षेत्र के डोंगरगांव के समीप हुआ। फिलहाल बस चालक का पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक रुप से ऐसा प्रतीत होता है कि ड्राइवर को नींद की झोंकी आ गयी थी, तभी बस अनियंत्रित हो गई। बस ग्राम बेजापुरा से इंदौर के लिए सुबह 6.30 बजे रवाना हुई। इसे 11.30 बजे इंदौर पहुंचना था। 50-60 यात्रियों को लेकर बस सुबह 8.30 बजे ग्राम डोंगरगांव और दशनगा पहुंची। जबकी सुबह 8ः30 से 9ः00 बजे के बीच पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में गिर गई।
हादसे में मरने वालों में खरगोन के 13, बड़वानी के 5, धार के 3 और इंदौर का 1 यात्री शामिल हैं
मृतकों में विवेक 23 वर्ष पिता प्रेमचंद पाटीदार, गंधावड थाना ऊन खरगोन, सोम 11 माह माह पिता दिनेश घेगांवा, थाना ऊन खरगोन, दुर्गेश 20 वर्ष पिता साजन सिंह मोटापुरा बाना ऊन खरगोन, मुस्कान 14 वर्ष पिता कालू देवगुराडिया इंदौर, संजय 30 वर्ष पिता पंडरी सुरपान बनाउन, देवकी पति रमेशचंद्र वर्मा, धरमपुरी धार धनालाल गुर्जर, लोनारा थाना मेनगांव खरगोन, संतोष पिता गंगाधर बारचे छालपा मेनगांव खरगोन, सविता बाई पति भगवान वर्मा, मद्राणीया बाना ठीकरी बड़वानी, रामकुंवर 60 वर्ष पति दुलीचंद मानकर, लोनारा थाना ऊन खरगोन, प्रियांशु पिता लखन अतरसम्भा थाना बेड़िया खरगोन, आंचल पिता सुंदरलाल वास्कले, घटवा थाना ठीकरी बड़वानी, लक्ष्मीबाई पति महेश वास्कले, घटवा थाना ठीकरी बड़वानी, मांगती बाई पति मंशाराम वास्कले, घटवा थाना ठीकरी बड़वानी, सुखदेव पाटीदार पिपरी थाना ऊन खरगोन, मलु बाई पति भगवान, लोनारा थाना ऊन खरगोन, कान्हा पिता संतोष पाटीदार, पिपरी थाना ऊन खरगोन, कल्लू बाई पति जोगीलाल पाटीदार, पिपरी थाना ऊन खरगोन, पिंकी पति कालू वास्कले, जरवाहा थाना ठीकरी बड़वानी, सुमित पिता कमल बोरखड़ थाना मनावर धार, अर्जुन जोटपुर थाना मनावर निवासी शामिल हैं। ग्रामीणों ने घायलों को ट्रैक्टर-ट्रॉली से अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन की टीम पहुंचने से पहले रेस्क्यू शुरू कर दी थी।
पीएम मोदी ने दुख जताया, बोले प्रशासन मदद में जुटा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खरगोन हादसे पर दुख जताते हुए कहा, हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक संवेदनाएं हैं। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन मौके पर हरसंभव मदद में जुटी है।
मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा खरगोन बस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए और मामूली रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी कर दी है।
घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूंः कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा-ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। राहत और बचाव दल को अपने अभियान में शीघ्र सफलता मिले, ऐसी प्रार्थना है।
न तो बस स्पीड में थी, न ओवरलोडः परिवहन मंत्री
खरगोन हादसे पर मध्य प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि संकरा पुल होने की वजह से बस की स्पीड तेज नहीं थी। जांच में बस की फिटनेस सही पाई गई है। बस में क्षमता से ज्यादा यात्री नहीं थे। हादसे की वजह ड्राइवर को नींद लगना हो सकती है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, कार्रवाई की जाएगी।