प्रतापपुर/कुंदा (चतरा)। जिले के प्रतापपुर एवं कुंद प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान कार्ड के अभाव के कारण ज़रूरतमंद लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था। साथ ही आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया भी ग्रामीणों के लिए जटिल बनी हुई थी। इसी समस्या को दूर करने और जनहित को ध्यान में रखते हुए आवा उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत प्रतापपुर प्रखंड के घोड़दौड़ एवं हुमाजांग पंचायत तथा कुंदा प्रखंड के चयनित स्थानों पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में स्वास्थ्य जांच, आयुष्मान कार्ड निर्माण के साथ दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने जैसे कार्य किए जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतापपुर प्रखंड के उपरोक्त पंचायतों में लगे शिविर में 37 लाभुकों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए, 149 लोगों की हीमोग्लोबिन जांच (एनीमिया की जांच) की गई। 149 लोगों की सिकल सेल बीमारी की जांच की गई, जिसमें सभी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। 32 दिव्यांग जनों के ऑनलाइन प्रमाण पत्र बनाए गए। शिविर में कुल 52 दिव्यांग व्यक्तियों की उपस्थिति रही, लेकिन इनमें से अधिकतर मानसिक रूप से दिव्यांग थे, जिनकी जांच स्थानीय स्तर पर संभव नहीं थी। केवल शारीरिक दिव्यांगता वाले 32 व्यक्तियों के प्रमाण पत्र बनाए जा सके। चिकित्सा प्रभारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि सिकल सेल एक वंशानुगत बीमारी है, जिसमें रोगी के शरीर में लगातार खून की कमी होते रहती है। समय रहते जांच और सावधानी आवश्यक है। शिविर को सफल बनाने में डॉ. संजीव कुमार के साथ चिकित्सा विभाग के सीएचओ विजय तिवारी, अरुण कुमार, स्वास्थ्य कर्मी ईश्वर दांगी, बसंत कुमार एवं मिथिलेश कुमार की सक्रिय भूमिका रही। वहीं ग्रामीणों ने शिविर को अत्यंत लाभकारी बताते हुए भविष्य में भी ऐसे प्रयासों की अपेक्षा जताई।