
न्यूज स्केल संवाददाता
हजारीबाग/चौपारणः मंगलवार को हजारीबाग जिले के बरही एवं चौपारण प्रखंड में हाइवे के किनारे दर्जनों होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट में बाल श्रम उन्मूलन को लेकर श्रम अधीक्षक अनिल कुमार रंजन के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। चलाए गए अभियान में 2 बाल श्रमिक को अलग-अलग ढ़ाबा से मुक्त कराया गया। न्यू हरियाणा पंजाब होटल नियोजक विजय साव के यहा से एक को विमुक्त कराया गया। जबकि दूसरे बाल श्रमिक को हंगरीला रेस्टोरेंट नियोजक सतीश कुमार सिन्हा, बैहरा आश्रम चौपारण के यहां से मुक्त कराया गया। दोनों बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति हजारीबाग को सौंपा गया है। वहीं दोनों नियोजको के विरूद्ध चौपारण थाना में बाल श्रम अधिनियम 1986 की धारा 3(1) के उल्लंघन का मामला दर्ज करने के लिए श्रम अधीक्षक द्वारा कारवाई किया गया है। साथ ही दोनों नियोजकों से 20-20 हजार रूपये आर्थिक दण्ड वसूल कर बाल श्रमिक पुनर्वास सह कल्याण कोष में जमा कराया गया है। श्रम अधीक्षक ने कहा की बाल श्रम के विरुद्ध अभियान जिले में निरंतर जारी रहेगा। बालश्रम करवाना समाजिक एवं कानून अपराध है, इसमें 6 माह से 2 वर्ष तक जेल हो सकती है। बाल श्रम के विरूद्ध चलाए गए अभियान में श्रम अधीक्षक के अलावा बाल कल्याण समिति के मुन्ना पाण्डेय, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय प्रसाद तथा चौपारण थाना के अवर निरीक्षक आकाश कुमार शामिल थे।