हजारीबाग। झारखण्ड के हजारीबाग जिला अंतर्गत एनटीपीसी कोल परियोजना केरेडारी में डिस्पैच डिपार्टमेंट डीजीएम कुमार गौरव की शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। मिली जानकारी के अनुसार डीजीएम सुबह अपने घर हजारीबाग से केरेडारी ऑफिस के लिए स्कॉर्पियो से निकले थे। इसी दौरान हजारीबाग के फतहा चौक के पास बाइक सवार अपराधियों ने डीजीएम के गाड़ी ओवरटेक कर उन्हें गोली मार दी। गाड़ी में साथ 2 और लोग बैठे थे। गोली लगने के बाद आनन-फानन में उन्हें आरोग्यम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जानकारी के मुताबिक कुमार गौरव बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले थे। वह आशंका व्यक्त की जा रही है की लेवी को लेकर हत्या की गई है।
दूसरी ओर घटना की जानकारी मिलते ही एनटीपीसी के बड़े पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं अस्पताल में जिले के तमाम बड़े अधिकारी पहुंचे और घटना से संबंधित जानकारी ली। साथ ही पुलिस मामले को लेकर जांच तेज कर दी गई है।चर्चा यह भी है कि क्षेत्र में लेवी को लेकर आए दिन माइनिंग कंपनियां और उसके कर्मी अपराधियों के रडार पर आते रहते हैं।
इससे पूर्व में भी लेवी के लिए आउटसोर्सिंग कंपनी के जीएम की हत्या अपराधियों द्वारा की जा चुकी है। ऐसे में कुमार गौरव की हत्या के तार भी लेवी से ही जोड़कर देखे जा रहे हैं। क्योंकि उनके ऊपर ही कोयला डिस्पैच की जिम्मेदारी थी।बताया जाता है कि छः माह पूर्व हीं कुमार गौरव 6 महीने केरेडारी आए थे। उनकी 10 साल की एक बेटी है जो हजारीबाग में ही प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करती है।