गरीब, अनाथ बच्चियों की निःशुल्क शिक्षा के लिए वरदान साबित हो रहा बालिका आवासीय विद्यालय

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मयूरहंड(चतरा)। मयूरहंड को प्रखंड का दर्जा वर्ष 2008 में मिला। जिसका उद्घाटन प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने 8 नवंबर 2008 को किया था। प्रखंड बनने के दौरान मयूरहंड में बालिकाओं की शिक्षा के लिए कोई सुविधा नहीं थी। तब राज्य सरकार ने प्रत्येक प्रखंड में एक-एक झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय खोलने की योजना बनाई थी। उस समय स्थानीय प्रशासन में निवर्तमान प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी जयासंखी मुर्मू को मयूरहंड में सड़क की दुर्दशा को देखते हुए कठिन परिस्थिति में लड़कियों की सुरक्षा करना एक चुनौती बन रहा था।जिसके कारण लड़कियों के हित को देखते हुए प्रशासन द्वारा इटखोरी पुलिस व पदमा पुलिस के लिए सरल रास्ता इटखोरी जीहू मार्ग किनारे स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय करमा का चयन झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय के लिए किया गया था।इसकी सूचना पारा शिक्षक सह सहायक अध्यापक रणंजय कुमार जो वर्तमान मे श्री कुमार हूसिया विद्यालय में कार्यरत हैं और स्थानीय मुखिया अनिल कुमार सिंह को मिला था। दोनो ने प्रखंड मुख्यालय में बालिका आवासीय विद्यालय खोलने की प्रस्ताव के लिए प्रशासन के समक्ष अड़े रहे। ताकि किसी भी शर्त पर प्रखंड मुख्यालय में विद्यालय खोला जा सके। इसके लिए कई बार स्थानीय प्रशासन से वार्ता की गई।जिसमें बीडीओ बालिकाओं की सुरक्षा की जिमा स्थानीय लोगों को लेने को कहा। तब सहायक क्षिक्षक श्री सिंह एवं मुखिया ने सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए सहयोग करना स्वीकार किया। तब जाकर आवासीय विद्यालय राजकीय मध्य विद्यालय मयूरहंड के दो तल्ला भवन में शिफ्ट हुआ। विद्यालय का संचालन पहली वार्डेन उत्क्रमित मध्य विद्यालय पथरा की शिक्षिका संगीता कुमारी तथा लेखापाल मोहन कुमार के देखरेख में 65 बच्चों के साथ शुरु किया गया। जिसके बाद बीडीओ श्री मुर्मू व वार्डेन संगीता कुमारी लेखापाल मोहन कुमार के मौखिक आदेश पर तीन माह तक सुरक्षा का दायित्व सहायक शिक्षक रणंजय कुमार व मुखिया द्वारा निभाई गई। उसके बाद लेखापाल मोहन कुमार के प्रयास से तीन माह बाद सीसीटीवी कैमरे से ही बच्चों की निगरानी शुरू हुई। आज दोनो समाजसेवीओं के प्रयास से मयूरहंड में बालिकाओं की शिक्षा वरदान साबित हो रही है। फिलहाल आवासीय बालिका विद्यालय का अपना भवन होने के साथ कक्षा 6 से 12 तक में 294 छात्राओं की पढाई की जा रही है।