झारखण्ड/गुमला: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय शाखा गुमला में संस्था के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 56 वीं पुण्य स्मृति दिवस मनाई गई। मौके पर ब्रह्मा बाबा की छायाचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए एवं सभी ने अपने जीवन में ब्रह्मा बाबा सामान धारणाएं अपनाकर, अपने जीवन को श्रेष्ठ उपलब्धियां से संपन्न बनाने की प्रतिज्ञा ली। वही संस्थान की संचालिका राजयोगिनी शांति दीदी ने कहा कि बाबा कभी भी किसी का अशुभ या अमंगल नहीं सोचते। दूसरों को भी वे सदा यही शिक्षा देते कि न किसी के अकल्याण की बात सोचो और न कभी मुख से अशुभ बोलो। वे यह भी कहते कि जिस-किसी भी जिज्ञासु को आप ईश्वरीय ज्ञान सुनाने लगते हैं, उसके लिए भी पहले मन-ही- मन शिव बाबा को याद करके कहो “शिव बाबा! यह भी किसी तरह समझ जाये, इसकी भी अन्तरात्मा के कपाट खुल जायें और इसका भी कल्याण हो जाये और फिर जब आप योग में बैठें तो उस अवस्था में उस व्यक्ति को भी अपनी अंतर्दृष्टि के सामने लाकर, उसे भी योग का दान दें ताकि उसका मन निर्मल हो जाये और ईश्वरीय ज्ञान का बीज उसमें अंकुरित हो। साकार ब्रह्मा बाबा उंची पराकाष्ठा तक सभी के शुभचिन्तक थे बाबा कहते कि हमें अपकारी पर भी उपकार करना है और जो हमारी निन्दा करता है उसे भी अपना मित्र समझना है। वे कहते कि किसी के प्रति शुभचिन्तक की भावना का सबसे श्रेष्ठ रूप यह है कि हम उसकी बुरी आदतों को सुधार दें और उसका योग परमपिता परमात्मा से जुटा दें। मौके पर जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष ओमप्रकाश पांडे, व्यवसायी संतोष अग्रवाल, पवन अग्रवाल, संजय अग्रवाल, मनोज अग्रवाल एवं संस्थान के सैकड़ो भाई बहने कार्यक्रम में सम्मिलित रहे।