चतरा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के गृह सचिव वंदना डाडेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता पुलिस व प्रशासनिक विभाग के वरीय अधिकारी संग मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर चतरा पहुंचे। हेलीकॉप्टर से अधिकारी पुलिस लाइन मैदान पहुंचे। इस दौरान उपायुक्त रमेश घोलप और पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इसके बाद गृह सचिव और डीजीपी समाहरणालय पहुंचकर सभाकक्ष में जिला और पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की। जिसमें जिले में अफीम की खेती को पूरी तरह प्रतिबंध लगाने, अफीम तस्करों की संपत्ति जप्त करने, बड़े स्तर पर अफीम तस्करों की गिरफ्तारी तथा अफीम खेती से होने वाले नुकसान को लेकर गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाने के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा करते हुए इस अवैध कार्य में लगे लोगों के विरुद्ध सख्ती से निपटने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक चतरा , हजारीबाग व लातेहार आदि मादक पदार्थ से ग्रसित जिलों में जिला डी एडीक्शन सेंटर स्थापित करने हेतु अपने संबंधित उपायुक्त से समन्वय स्थापित करते हुए अग्रेतर कारवाई सुनिश्चित करने की बात कही। साथ ही एसपी चतरा, हजारीबाग, लातेहार एवं ग्रामीण रांची को नेशनल हाईवे पर स्थित होटल एवं ढाबों की नियमित रूप से जांच करना सुनिश्चित करने का निर्देष दिया गया। ताकि होटल या ढाबे में अवैध अफीम, ब्राउन शुगर आदि जैसे जहरीले पदार्थ का क्रय-विक्रय नहीं हो सके। गृह सचिव ने कहा कि किसी भी सूरत में अफीम की खेती को रोकना है तथा कुछ स्थानों पर अफीम की खेती किया गया है, उसका विनष्टीकरण के लिए सघन अभियान चलाया जाएगा। डीजीपी श्री गुप्ता ने सीधे तौर पर कहा कि चतरा में यह पहली मीटिंग की गई है। अफीम खेती में संलिप्त लोगों के विरुद्ध कठोर करवाई की जायेगी। डीजीपी ने बताया कि मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है, सेल को और ताकतवर बनाया जाएगा। नारकोटिक्स सेल के नेतृत्व पुलिस अधीक्षक करेंगे। डीजीपी ने बैठक में कहा कि मादक द्रव्यों की खेती व तस्करी के लिए बदनाम इलाकों को हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित कर करवाई शुरू कर दें। नशे के कारोबार में संलिप्त किसी भी हाल में बचना नहीं चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिस थाना क्षेत्र में शिथिलता बरती जाएगी या संलिप्ता सामने आती है तो उस थाना प्रभारी के विरुद्ध करवाई की जायेगी। वहंी डीजीपी ने माना कि चतरा जिले में पिछले बार से कम अफीम की खेती की सूचना मिल रही है। इस बार अफीम की खेती किए गए इलाकों में पुलिस व वन विभाग के संयुक्त टीम करवाई करना शुरू दिया है। आम जनता व पत्रकार के सहयोग से ही नशा मुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है। बैठक प्रधान मुख्य वन संरक्षक रवि रंजन अपर, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक असीम विकांत मिंज, पुलिस महानिरीक्षक (बोकारो) माइकल एसराज, पुलिस उप महानिरीक्षक, हजारीबाग सुनिल भास्कर, पुलिस उप-महानिरीक्षक विशेष शाखा कार्तिक एस, पुलिस अधीक्षक अभियान अमित रेणु, पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा, पुलिस अधीक्षक एसआईबी एवं अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों सहित उपायुक्त चतरा, बीडीओ, सीओ, चतरा जिला के सभी पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक, सभी सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना प्रभारी आदि उपस्थित थे।