
न्यूज स्केल संवाददाता
टंडवा (चतरा)। टंडवा प्रखंड में पिछले डेढ़ दशक से भारी प्रदूषण और कोल वाहनों द्वारा सड़क दुर्घटना से त्रस्त व क्षुब्ध लोगों का मामला सदन में गूंजे जाने से आम लोगों में जल्द स्थिति सुधरने को लेकर उम्मीदों जगी है। दरअसल चतरा लोकसभा सांसद कालीचरण सिंह ने नियम 377 के तहत गुरुवार को सदन के पटल पर कोल वाहनों से दुर्घटना, प्रदूषण, पानी और स्थानीय लोगों के रोजी-रोजगार के बहुप्रतीक्षित मुद्दे को उठाया। उन्होंने सीसीएल के आम्रपाली, मगध, पिपरवार व खलारी कोल परियोजना से जुड़े क्षेत्रों की भयावहता को बारीकी से रखा। विदित हो कि पिछले डेढ़ दशक में कोल वाहनों से हजारों लोगों की मौत के बाद घंटों मुआवजे की मशक्कत हो या प्रदूषण नियंत्रण एवं स्थानीयों के नियोजन का मामला, आमलोगों ने पहली बार दिल्ली दरबार में जोरदार तरीके से गूंजते देखा है। सांसद ने सीसीएल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुवे भारी प्रदूषण के कारण तेजी से स्थानीय लोगों में बढ़ रहे दमा और टीवी जैसे घातक रोगों से शिकार हो रहे लोगों की चिंता को रखा और सरकार से शीघ्र हस्तक्षेप करने की मांग की है। ज्ञात हो कि प्रदूषण और कोल वाहन से दुर्घटनाओं पर रोक लगाने की मांग को लेकर पिछले माह बड़ी संख्या में टाना भगत ने एनटीपीसी व सीसीएल के विरुद्ध जिला मुख्यालय का घेराव किया था। बहरहाल, उक्त मामले पर सरकार कितनी गंभीरता से संज्ञान लेती है ये देखना दिलचस्प होगा।