कोलकाताः भारत में कोलकाता मेट्रो ने हुगली (गंगा) नदी के नीचे से पहली मेट्रो ट्रेन हावड़ा मैदान तक चलाकर इतिहास रचा। देश की पहली मेट्रो ट्रेन गंगा नदी के नीचे से लंबे इंतजार के बाद दौड़ी। यह पहली अंडरवारटर मेट्रो परियोजना भारत में है। कोलकाता मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने।
गंगा नदी के नीचे चली मेट्रो
मेट्रो रेल की रैक नंबर एमआर 612 ने कोलकाता के बीबीडीबाग महाकरण से हावड़ा मैदान स्टेशन तक पहली यात्रा की। इस रेक ने हुगली नदी को बुध्वार के पूर्वाह्न 11.55 बजे पार किया। इस दौरान महाप्रबंधक रेड्डी के साथ मेट्रो के अतिरिक्त महाप्रबंधक एचएन जायसवाल, कोलकाता मेट्रो रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (केएमआरसीएल) के एमडी समेत मेट्रो के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। यही नही ट्रेन के पहुंचने के बाद श्री रेड्डी ने हावड़ा स्टेशन पर पूजा की। बाद में रैक नंबर एमआर-613 को भी हावड़ा मैदान स्टेशन ले जाया गया।
Kolkata Metro creates History!For the first time in India,a Metro rake ran under any river today!Regular trial runs from #HowrahMaidan to #Esplanade will start very soon. Shri P Uday Kumar Reddy,General Manager has described this run as a historic moment for the city of #Kolkata. pic.twitter.com/sA4Kqdvf0v
— Metro Rail Kolkata (@metrorailwaykol) April 12, 2023
ट्रायल रन सात महीनों तक चलेगा
इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए महाप्रबंधक श्री रेड्डी ने बताया कि हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक ट्रायल रन अगले सात महीनों तक चलेगा और इसके बाद इस खंड पर नियमित सेवाएं शुरू हो जाएंगी। वहीं केएमआरसीएल के सभी कर्मचारी, इंजीनियर जिनके प्रयासों और देखरेख में इस इंजीनियरिंग चमत्कार को हासिल किया गया है, सभी खुश हैं कि सपना सच हो गया है।
कोलकोता मेट्रो के लिए ऐतिहासिक क्षणः कौशिक मित्रा
कोलकोता मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा है कि मेट्रो रेलवे के लिए ऐतिहासिक क्षण है। क्योंकि कई बाधाओं को पार करने के बाद हम हुगली नदी के नीचे रेक चलाने में सफल रहे हैं। आगे कहा कि कोलकाता और उपनगरों के लोगों को एक आधुनिक परिवहन प्रणाली प्रदान करने की दिशा में यह क्रांतिकारी कदम है। यह वास्तव में बांग्ला नववर्ष पर बंगाल के लोगों के लिए भारतीय रेलवे की ओर से एक विशेष तोहफा है।
भूमिगत खंड पर अब होगा ट्रायल
ट्रायल के साथ ही दो मेट्रो रेक को कोलकाता के एस्प्लेनेड स्टेशन से हावड़ा मैदान स्टेशन ले जाया गया है, जल्द ही हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक 4.8 किलोमीटर के भूमिगत खंड पर ट्रायल रन शुरू होगा। इस खंड पर वाणिज्यिक सेवाएं इसी साल शुरू होने की उम्मीद है। एक बार यह खंड खुल गया तो हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन (सतह से 33 मीटर नीचे) हो जाएगा। मेट्रो के 45 सेकंड में हुगली नदी के नीचे 520 मीटर के हिस्से को कवर करने की उम्मीद है। बतया जा रहा है कि नदी के नीचे बनी यह सुरंग जलस्तर से 32 मीटर नीचे है।