रांचीः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लोहरदगा में नौ और लातेहार में पांच जगहों पर छापेमारी की है। इस दौरान एनआईए की टीम ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार करने के साथ हथियार व गोला-बारूद भी बरामद किया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एनआईए लोहरदागा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में हथियारों की बरामदगी मामले की जांच में पाया है कि भाकपा माओवादी के सक्रिय कैडरों के साथ रिजनल कमांडर रवींद्र गंझू ने एक आपराधिक साजिश रची थी। साथ ही सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए पेशरार थाना क्षेत्र बुलबुल के जंगल में इकट्ठा हुए थे। एनआईए ने आश्रय देने वाले, धन मुहैया कराने और हथियारों के लिए कोरियर के रूप में काम करने वाले समर्थकों की तलाश में लोहरदगा के शहरी क्षेत्र के राजा बंगला, कुडू थाना क्षेत्र सहित नौ स्थानों व लातेहार के पांच स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान, वित्तीय लेनदेन और संपत्ति से संबंधित कागजात, एक देशी पिस्तौल के साथ छह जिंदा राउंड, एक मैगजीन, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। साथ ही लातेहार जिला के चकला गांव के रहने वाले साजन कुमार नाम के एक संदिग्ध को लोहरदगा से गिरफ्तार किया है। जो राजू कुमार उर्फ राजू साव के राजू ब्रिक्स नाम के ईंट भट्ठे पर मुंशी के रूप में काम करता था। राजू कथित तौर पर माओवादी रवींद्र गंझू की ओर से लेवी के पैसे को इन्वेस्ट करता है, जो फरार चल रहा है। उक्त मामले को एनआईए ने टेकओवर किया है। इससे पहले झारखंड पुलिस ने 14 जून को आईपीसी, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए(पी) अधिनियम की धाराओं के तहत नौ आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। जिसकी प्राथमिकी लोहरदगा के पेशरार थाने में 21 फरवरी 2022 को दर्ज कांड को टेकओवर करते हुए एनआईए ने दर्ज की थी। पूरा मामला लोहरदगा के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल इलाके के हरकट्ठा टोली व बंगलापाठ में बहाबहार जंगल के रास्ते में 21 फरवरी 2022 को सुरक्षाबलों को उड़ाने की साजिश रचने से संबंधित है।