*छठ तालाबों एवं तटों में उदीयमान सूर्य देव को दूसरा अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा अर्चना संपन्न हुआ* * अहले सुबह वक्त से ही विभिन्न मार्गों से छठ व्रतियों के साथ श्रद्धालुओं की कतार गाजे-बाजे के साथ पहुंचे अपने आराध्य देव उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए मुख्यालय के तालाबों में एवं तटों पर*

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झारखण्ड/गुमला – आज शुक्रवार को गुमला मुख्यालय के विभिन्न छठ तालाब एवं तटों पर लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन छठ व्रतियों ने उदीयमान सूर्य देव को दूसरा अर्घ्य देकर अपनी-अपनी मनोकामनाएं मांगी यहां बताते चलें कि चार दिन तक चलने वाले छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय दूसरे दिन खरना प्रसाद तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और अंतिम चौथे दिन उदीयमान सूर्य देव को दूसरा अर्घ्य दें 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त कर छठ व्रतियों द्वारा प्रसाद ग्रहण किया जाता है इस लोक आस्था का महापर्व हिंदू धर्मावलंबियों के लिए सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है इस पर्व पर शांति और समृद्धि के साथ ही पवित्रता एवं एक दूसरे के साथ छठ पूजा अर्चना करने का अवसर मिलता है। छठ पूजा को लेकर काफी उत्साहित होकर तैयारियां शुरू कर दी जाती है और इस लोक आस्था के महापर्व पर छठ व्रतियों को लेकर आम लोगों द्वारा भी व्यापक रूप से स्वच्छता अभियान में शामिल होने के लिए तत्पर रहते हैं छठ घाटों की सफाई से लेकर छठ घाटों पर जाने वाले मार्गों की सफाई भी करने के लिए लोग निकलते हैं।

वहीं लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन द्वारा भी व्यापक रूप से सुरक्षा व्यवस्था एवं साफ-सफाई अभियान चलाने के साथ ही छठ व्रतियों को सुलभ तरीके से छठ घाटों पर जाने आने के लिए सड़क मार्ग पर ट्राफिक व्यवस्था को लेकर सक्रिय होकर पुलिस टीम द्वारा अपना बहुमूल्य योगदान दिया जाता है।