न्यूज स्केल टीम
रांची/चतरा। लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन गुरुवार को राजधानी रांची सहित पूरे झारखंड़ में श्रद्धालुओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। राजधानी के विभिन्न छठ घाट पर लाखों की संख्या में लोग अस्ताचलगामी सूर्य की आराधना में पहुंचे थे। छठ महापर्व पर भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से सभी घाटों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे।
चतरा जिले में दिया गया पहला अर्घ्य। छठ महापर्व को लेकर चतरा जिला मुख्यालय के अलावे टंडवा, पत्थलगड़ा, गिद्धौर, इटखोरी, सिमरिया, प्रतापपुर व हंटरगंज आदि प्रखंड के नदियों, तालाबों आदि में बने छठ घाटों पर गुरुवार को श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। पूजा समितियों द्वारा जलाशय और नदी घाट तक आने वाले मार्ग में जगह-जगह तोरण द्वार बनाये गए हैं। इस दौरान हर ओर छठी मैया के गीत सुनायी दे रही हैं। इससे पहले छठ घाटों की साफ-सफाई की गयी. रंग-बिरंगे लाइटों से घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया। बड़ी संख्या में लोग दोपहर बाद से ही घाट पर पहुंचने लगे थे। श्रद्धालुओं द्वारा पूरे भक्ति भाव से भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया। शुक्रवार सुबह को उदयागामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ तीन चार दिवसीय छठ माहापर्व का समापन होगा।
वहीं टंडवा प्रखंड मुख्यालय स्थित चुंदरु सूर्य मंदिर में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य को भारी भीड उमड़ी। वहीं गिद्धौर, के लोटार डैम में भी श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। वहीं पत्थलगड़ा प्रखंड के सिंघानी, बरवाीह, नावाडीह, नोनगांव आदि पंचायत के विभिन्न छठ घाटों में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। वहीं इससे पूर्व सिंघानी छठ घाट में स्थापित भगवान सूर्य के पूजा पंड़ाल का उद्घाटन बीडीओ कलिंदर साहू, सीओ उदल राम व मुखिया राधिका देवी ने संयुक्त रूप से विधिवत फीता काटकर किया।