
जम्मू। जम्मू के बाहरी क्षेत्र में स्थित विस्थापित कश्मीरी पंडितों के क्वार्टरों में भीषण आग लग गई। जिससे पंडितों के 12 क्वार्टर जलकर खाक हो गए। हलांकी घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन घरों में रखे सामान, नकदी और एक दोपहिया वाहन जलकर खाक हो गये। पीड़ित परिवारों ने मुख्यमंत्री से मुआवजे की मांग की है और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से हस्तक्षेप की अपील की है।
मंगलवार को आग लगने से विस्थापित कश्मीरी पंडितों के 12 क्वार्टर जलकर खाक हो गए। उन्होंने बताया कि आग कथित तौर पर पुरखू कैंप इलाके के एक पुराने क्वार्टर में लगी और तेजी से फैल गई। आग बुझाने के लिए दमकल कर्मियों और उपकरणों को घटनास्थल पर भेजा गया। हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन घर का अधिकांश सामान और एक दोपहिया वाहन जलकर खाक हो गया।
कैंप निवासी नवीन पंडिता ने कहा कि हमने आग में अपना सब कुछ खो दिया है। नकदी, रिकॉर्ड और सोना। ये सब जलकर खाक हो गया। हम एक बार फिर बेघर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पांच से छह परिवारों के कब्जे वाले 12 क्वार्टर जलकर खाक हो गए। पंडिता ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन या राहत विभाग से कोई भी नुकसान का आकलन करने नहीं आया है। प्रवासियों ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से किश्तवाड़ के वारवान की तर्ज पर उन्हें मुआवजा देने का आग्रह किया। एक अन्य पर्यटक संतोषी ने कहा कि हम उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी का हस्तक्षेप चाहते हैं।