झारखण्ड/गुमला-गुमला पुलिस की ओर से शहरी क्षेत्र में राज्य स्तर पर जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन आज मंगलवार को टाउन हॉल, गुमला में आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में आम नागरिकों की समस्या / शिकायत का त्वरित निष्पादन किया गया। कार्यक्रम के दौरान आम नागरिकों से प्राप्त लिखित एवं मौखिक शिकायत/समस्या पर जिला के प्रखण्ड कार्यालय एवं थाना/ओ० पी० / शाखा के पदाधिकारी से संपर्क स्थापित कर आम नागरिकों के शिकायत / समस्या का त्वरित निष्पादन किया जाएगा।
आज कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रांची जोन के पुलिस महानिरीक्षक अखिलेश कुमार झा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी एवं पुलिस अधीक्षक गुमला शंभू कुमार सिंह की उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम के दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों से लगभग 250 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, कई आवेदनों का ऑन द स्पॉट समाधान किया गया वहीं कुछ आवेदनों पर प्रक्रियवार कार्रवाई की जा रही है।
*पुलिस का मोटो है “सेवा ही लक्ष्य”: पुलिस महानिरीक्षक*
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल रांची जोन के पुलिस महानिरीक्षक अखिलेश कुमार झा ने कहा है कि जन शिकायत कार्यक्रम जिला ही नहीं अनुमंडल व थाना स्तर पर भी हो रहा है. पुलिस का मोटो है “सेवा ही लक्ष्य”. झारखंड पुलिस झारखंड राज्य की जनता की सेवा के लिए है. इसलिए झारखंड के सभी जिला में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम हो रहा है. ताकि आप जनता अपनी समस्साओं को लेकर पुलिस के पास आये. आपकी समस्याओं का समाधान होगा. पुलिस व जनता के बीच के संबंध को बेहतर करना है. झारखंड की तीन महत्वपूर्ण समस्या है. वह मानव तस्करी, अंधविश्वास व सड़क हादसे हैं. इन तीन मुददों पर पुलिस काम कर रही है. आज कल देखा जा रहा है कि नाबालिग लड़कियों को ठगकर दिल्ली या अन्य दूसरे राज्य ले जाया जा रहा है. इसलिए लोगों से अपील है आप किसी के बहकावे में न आये. बेटियों को पलायन करने नहीं दें. 21वीं शदी में किस प्रकार अंधविश्वास है, यह हम सभी जानते हैं. जमीन हड़पने के लिए भी डायन बिसाही कहकर महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है. इसलिए लोग जागरूक बनें.
*गुमला जिले में पुलिस की पहल से नक्सल कम हो गया है। : उपायुक्त*
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा है कि एक समय था जब इस क्षेत्र में नक्सल चरम पर था. परंतु पुलिस ने बेहतर काम कर गुमला को नक्सल मुक्त करने में सफलता हासिल की है. परंतु नक्सल मुक्त होने के बाद भी गुमला जिले के कई ऐसे गांव है, जो आज भी उपेक्षित है. प्रशासन और पुलिस दूरस्थ गांव के लोगों से तालमेल स्थापित नहीं कर पाया है. ऐसे गांवों के लोगों के बीच हमें जाने की जरूरत है.
*जनता की शिकायतों का होगा समाधान: पुलिस अधीक्षक*
एसपी शंभू कुमार सिंह ने कहा है कि आप जनता की जो शिकायत आती है, उसका समाधान होगा. अगर जिला स्तर पर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उक्त समस्या का समाधान राज्य स्तर से की जा सकती है. आज से यह कार्यक्रम शुरू हुआ है. आज गुमला जिले के अलग अलग पुलिस सेंटर में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम हो हुआ है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है आपकी समस्या का समाधान करना। पुलिस 24 घंटे जनता की समस्या दूर करने के लिए तैयार है. आज के बाद यह कार्यक्रम अब हर महीने होगी. किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. पुलिस के खिलाफ भी कोई शिकायत है तो जरूर बताएं. एसपी ने कहा कि गांव के लोग डायन बिसाही के प्रति जागरूक बने. बच्चों को मानव तस्करी होने से बचाए. नागरिकों को पुलिस से कोई भी अपेक्षा है, तो आप पुलिस के पास रखे. अगर आप थाना नहीं जाना चाहते हैं तो आप पुलिस विभाग द्वारा जारी किए गए नंबर पर कॉल करें, पुलिस आपके पास जायेगी. पुलिस की सोच है. आपको अब थाना नहीं आना होगा. बल्कि पुलिस आप जनता के द्वार तक जायेगी.