
झारखण्ड/गुमला: सांसद सुखदेव भगत के बयान जो सुर्खियों में है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन यदि गोडसे विचारधाराओं की राजनीति दल में दामन थाम ली है, तो कांग्रेस के सांसद सुखदेव भगत कौन सी चाहत लेकर भाजपा में शामिल हुए थे, पहले बताएं सता लोभ में या शामिल होते ही टिकट के लिए न्यूज 11 एवं प्रभात खबर यू ट्यूब चल रहे सांसद सुखदेव भगत द्वारा दिए गए बयान जो सुर्खियों में है. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा झामुमो से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा का दामन थाम कर झारखण्ड की राजनीति में हलचल मचा दी है. लोहरदगा सांसद द्वारा चंपई सोरेन को गोडसे विचारधाराओं की पार्टी में शामिल होने की संज्ञा दी है इस बयान को लेकर चर्चा का बिषय बन गया है. आम लोगों का कहना है कि लोहरदगा के कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत को पहले अपने गिरेबान में झांक ले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपनी पीड़ा को जगजाहिर करते हुए भाजपा में शामिल हुए और अपनी पीड़ा का बयान के साथ ही झारखण्ड आंदोलनकारियों पर कैसे कांग्रेस ने लाठियां बरसाई थी याद दिला दी है वहीं आम आदमी ने सुखदेव भगत से सवाल किया है कि वे कांग्रेस को छोड़कर गोडसे विचारधाराओं की पार्टी भाजपा को कहते हैं तो पहले सांसद सुखदेव भगत यह बताएं कि कौन सी चाहत लेकर वे भाजपा में आएं थे सता लोभ में या फिर दामन थामते ही टिकट की दावेदारी को लेकर जब दाल नहीं गली तो फिर से कांग्रेस में शामिल हुए यह नहीं भूलना चाहिए उन्हें लोगों ने कहा है कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की बयान बाजी आजकल फैशन बन गया है मीडिया से रू-ब-रू हुए और अनाप-शनाप बोलनेवाले राजनितिज्ञो की बाढ़ आ गई है आनेवाले विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर यह सब चल रहा है रही बात चंपई सोरेन की झारखण्ड आंदोलनकारियों में जाने-माने आंदोलनकारी नेता सह विधायक लंबे समय से रहे हैं आगामी विधानसभा चुनाव में मालूम पड़ेगा कि अभी टाईगर जिंदा है या सर्कस का टाईगर बना दिया गया है।