न्यूज स्केल डेस्क
न्यू दिल्ली। देश 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया। इस अवसर पर पीएम ने कहा आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है। 78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत है। इसके तहत स्वतंत्रता के 100वें साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
पीएम ने राष्ट्रनिर्माण में तत्पर युवा, किसानों, जवानों व महिलाओं को किया नमन
पीएम ने कहा आज जो महानुभाव राष्ट्ररक्षा के लिए राष्ट्रनिर्माण के लिए पूरी लगन के साथ देश की रक्षा कर रहे हैं, चाहे हमारा किसान हो, जवान हो हमारे नौजवानों का हौसला हो, हमारी माता-बहनों का योगदान हो, अभावों के बीच भी स्वतंत्रता के प्रति उसकी निष्ठा पूरे विश्व के लिए एक प्रेरक घटना है। मैं आज ऐसे सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं। पीएम ने कहा मेरे प्यारे देशवासियों मेरे परिवारजन, आज वो शुभ घड़ी है जब हम देश के लिए मर मिटने वाले देश की आजादी के लिए जीवन समर्पित करने वाले आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी पर चढ़कर भारत माता की जयकार लगाने वालों को नमन करने का पर्व है। आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है।
हमारे पूर्वजों का एक ही सपना था आजादी
पीएम ने कहा हम आजादी के पहले के वो दिन याद करें, जब सैकड़ों साल की गुलामी रही। सभी ने गुलामी के खिलाफ जंग लड़ी। इतिहास गवाह है 1857 का स्वतंत्रता संग्राम से पहले आदिवासी क्षेत्रों में आजादी की जंग लड़ी गई। गुलामी एक लंबा काल था, जुल्मी शासक, अपरंपार यातनाएं, मानवीय विश्वास तोड़ने की तरकीबी, मगर उस वक्त 40 करोड़ देशवासियों ने जज्बा दिखाया, एक सपना लेकर चले, एक संकल्प लेकर चलते रहे। बस एक ही स्वर था वंदेमातरम। एक ही सपना था भारत की आजादी का।
पीएम बोले हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट
पीएम ने कहा हमने गरीबों को वंचितों को युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया। हमारे रिफॉर्म चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है। मैं आज कह सकता हूं कि हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है। हमने राजनतिक मजबूरी के कारण ये नहीं किया। ये राजनीति का भागाकार, गुणाकार करके नहीं किया। ये नेशन फर्स्ट और हमारा भारत महान बने, उस संकल्प के साथ करते हैं।
पीएम ने कहा जब राजनीतिक नेतृत्व की संकल्प शक्ति हो, दृढ़ विश्वास हो और देश का नागरिक आगे आता है तो हमें निश्चित परिणाम मिलता है। हम आजादी के बाद दशकों तब ऐसे रहे, होती है चलती है, हमें क्या करना है, मौका मिला है मौज कर लो, नया करने जाओगे बवाल हो जाएगा। यही माहौल था। लोग कहते थे छोड़ो क्या करना है, हमें इस मानसिकता को तोड़ना है। कई लोग कहते थे अगली पीढ़ी के लिए काम क्यों करना। अब इसे बदला है। वो रिफॉर्म का इंतजार करता रहा था, हमने रिफॉर्म जमीन पर उतारे।
पीएम ने कहा हमने रिन्यूबल एनर्जी का संकल्प लिया, जी 20 देशों ने जितना किया है उससे ज्यादा भारत ने किया है। हम कोरोना को कैसे भूल सकते हैं। हमने दुनिया के करोड़ों लोगों को वैक्सीन दी। एक समय था जब आतंकवादी मार के चले जाते थे। अब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करती है तो देशवसियों का सीना चौड़ा हो जाता है। पीएम ने कहा आज हमारे देश में जब 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है, हमने अनेक ऐसे प्रयास किए हैं, जिससे निचले तबके में रहने वाले को भी सुविधा मिले। पीएम ने कहा पहले बैंकिग क्षेत्र का हाल अच्छा नहीं था हमने रिफॉर्म किया तो दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया। बैंकिंग सेक्टर मजबूत हो तो विकास भी होता है, हमारे नौजवानों को पढ़ाई, विदेश जाने के लिए लोन चाहिए। किसानों को लोन चाहिए, रेहड़ी पटरी वाले भी लोन ले रहे और विकास में भागीदार बन रहे हैं।
घोषणाओं पर काम होता है तो बढ़ता है भरोसा: पीएम मोदी
पीएम ने कहा जब लालकिले से कहा जाता है कि हिंदुस्तान के 18 हजार गांवों में समय से बिजली पहुंचाएंगे और काम समय से होता है। तो ये भरोसा बढ़ जाता है। जब स्वच्छ भारत की बात की जाए तो सभी लोगों के अंदर स्वच्छता का वातावरण बन जाए तो मैं समझता हूं ये भारत के अंदर की नई चेतना का प्रतिबिंब है।
पीएम मोदी ने विकसित भारत के लिए देशवासियों के सुझाव गिनाए
पीएम ने कहा विकसित भारत के लिए करोड़ों नागरिकों ने सुझाव दिए, विकसित भारत 2047 यह सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि करोड़ों नागरिकों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं। हर देशवासी का सपना संकल्प उसमें दिख रहा है। उन्होंने कहा युवा, बुजुर्ग, गांववासी, शहरवासी दलित आदिवासी हर किसी ने 2047 में जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा तो उसके लिए अनमोल सुझाव दिए हैं। कुछ लोगों ने कहा- दुनिया की स्किल कैपिटल बनाएं। किसी ने मैन्यूफैक्चरिंग का ग्लोबल हब का सुझाव दिया। किसी ने यूनिवर्सिटी हब का सुझाव दिया। हमारा स्किल युवा दुनिया की पहली पसंद बनना चाहिए। भारत को जल्द से जल्द हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमारे किसानों के मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर लगाना है। हमारे देश की न्याय व्यवस्था में रिफार्म होने चाहिए। बहुत लोगों ने सपना देखा है- अंतरिक्ष में भारत का भी स्पेस स्टेशन बनना चाहिए। हमारी पारंपरिक औषधि को विकसित करना चाहिए। भारत तीसरी इकोनॉमी बनना चाहिए। ये हमारे देशवासियों के सुझाव है।
2047 तक विकसित भारत का संकल्प करेंगे पूरा रू पीएम मोदी
हमें गर्व है हमारी रगों में उनका ही खून है। हमारे पूर्वज सिर्फ 40 करोड़ थे, उन्होंने गुलामी जंजीरों को तोड़ दिया था। 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, एक दिशा निर्धारित कर लें, कदम से कदम मिलाकर चल पड़ें तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्व भारत बना सकते हैं। हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ लोग आजाद भारत बना सकते हैं, तो 140 करोड़ उसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। एक समय था जब लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे। आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता हो।