झारखण्ड/गुमला-उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की विज्ञान के प्रति नवाचारी पहल अंतर्गत पिछले दिनों सपनों की उड़ान नामक साइंस ओलंपियाड का आयोजन किया गया था । इस साइंस ओलंपियाड अंतर्गत सभी विद्यालयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 26 बालिकाओं को शैक्षणिक भ्रमण हेतु वायुयान द्वारा इसरो के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा भेजा जा रहा है।
इस अवसर पर आज रविवार को जिला विज्ञान केंद्र परिसर से श्री कर्ण सत्यार्थी, उपायुक्त एवं वरीय अधिकारियों जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाते हुए इस टीम को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए रवाना किया गया तथा शाम की फ्लाइट से सभी आज रात सभी बच्चे चेन्नई पहुंचेंगे ।
21 से 24 जुलाई तक तमिलनाडु सरकार के स्टेट गेस्ट हाउस में सभी के विश्राम के लिए विशेष व्यवस्था भी कराई गई है । सभी लोग 22 जुलाई को सुबह सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा पहुंचकर भ्रमण करेंगे एवम राकेट लांचिंग पैड देखने के साथ वरिष्ठ वैज्ञानिकों से भी मुलाकात करेंगे । इसके लिए उपायुक्त गुमला द्वारा पहल करते हुए इसरो के प्रबंधन द्वारा विशेष अनुमति प्राप्त की गई है ।
ज्ञात हो कि जिले के सभी मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, सभी झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय तथा कल्याण विभाग अंतर्गत सभी बालिका आवासीय विद्यालयों के कक्षा 9 एवं कक्षा 11वीं विज्ञान में अध्ययनरत छात्राओं ने भाग लिया था जिसमें से बालिका वर्ग अंतर्गत अपने अपने विद्यालयों में टॉपर 26 बालिकाओं को चयनित किया गया है । कुल 33 सदस्यीय टीम में 26 बालिकाओं के अतिरिक्त 3 शिक्षिका और 4 अधिकारी शामिल हैं ।
श्रीमती पूर्णिमा कुमारी अनुमंडल पदाधिकारी चैनपुर के नेतृत्व में गठित इसरो के शैक्षणिक भ्रमण हेतु गठित इस टीम में जिले से तीन अधिकारियों को नामित किया गया है जिसमें गुमला प्रखंड के अंचल अधिकारी श्री हरीश कुमार, शिक्षा विभाग के बीपीओ श्री दिलदार सिंह तथा श्री रमेश कुमार डिस्ट्रिक फेलो शामिल हैं । वहीं सभी 26 बच्चियों को तीन टीम में बांटते हुए शिक्षिका शशि नीलम तिर्की, नीलम खाखा तथा रोहिणी कुमारी प्रसाद को टीम लीडर के रूप में भेजा जा रहा है ।
उपायुक्त गुमला के निर्देशन में सभी 26 बच्चियों को जिला विज्ञान केंद्र का भ्रमण तथा काउंसलिंग कराते हुए सभी की मेडिकल जांच भी कराई गई है । इस टीम में जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल क्षेत्रों की छात्राएं शामिल हैं जिसमें आदिम जनजाति एवं अनुसूचित जाति की बच्चियां भी हैं । अनेक बच्चियां ऐसी हैं जो अबतक कभी जिले से बाहर भी नहीं गई हैं ।
इससे पूर्व कस्तूरबा गांधी विद्यालय गुमला में बच्चियों को भ्रमण एवं दैनिक उपयोग हेतु विशेष किट, यूनिफॉर्म, ट्रैकसूट, ब्लेजर, ट्रॉली आदि सामग्री देते हुए इसरो संबंधित जानकारियां देते हुए इनका उत्साहवर्धन किया गया । एवं आज शैक्षणिक भ्रमण के लिए ले जाने से पूर्व सभी बच्चों को दही शक्कर खिलाते हुए उन्हें रवाना किया गया। सभी बच्चों के उत्साह का माहौल देखने को मिला एवं सभी खुश नजर आएं।
सभी लोगों को 23 जुलाई को चेन्नई अवस्थित नेशनल म्यूजियम, रेल म्यूजियम, रेल फैक्ट्री, स्नेक पार्क, मरीना सीबीच आदि का भ्रमण कराया जाएगा जिसके लिए आवश्यक व्यवस्था की गई है ।
सभी लोग 24 जुलाई को चेन्नई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का भ्रमण करेंगे तथा उसी दिन संध्या चेन्नई एयरपोर्ट से फ्लाइट से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे जहां से प्रशासन द्वारा इन्हें गुमला लाया जाएगा ।
उपायुक्त द्वारा बताया गया की विज्ञान की शिक्षा के प्रसार के उद्देश्य से इसरो के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के इस शैक्षणिक भ्रमण से छात्राओं को अंतरिक्ष विज्ञान तथा रॉकेट साइंस की जानकारी मिलेगी तथा अपनी प्रतिभा एवं वैज्ञानिक ज्ञान को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा जो छात्राओं की वैज्ञानिक सोच एवं सीखने के कौशल को बेहतर बनाने में भी सहयोगी होगा।