बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नही रहे…. जेपी आंदोलन में निभाई अहम भूमिका

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छात्र राजनीति से शुरुआत

न्यूज स्केल डेस्क
पटना। दुखद सूचार है कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व सांसद सुशील कुमार मोदी का निधन सोमवार देर रात दिल्ली के एम्स में हो गया। लंबे समय से कैंस कीर बीमारी से पीड़ित थे और दिल्ली के एम्स में भर्ती थे। सुशील कुमार मोदी भाजपा के बड़े नेताओं में शामिल होने के साथ राजनीति में एक बड़े नाम थे। राज्यसभा सांसद भी रहे थे और इससे पहले वे बिहार कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री की जिम्मेवरी भी निभा चुके थे। उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में की एंट्री की थी और 1974 में जेपी आंदोलन के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।

सुशील कुमार मोदी का जन्म 1952 में हुआ था

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का जन्म पटना जिले के एक मारवाड़ी (वैश्य बनिया) परिवार में 5 जनवरी 1952 को हुआ था। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आजीवन सदस्य भी थे। जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी थी। विद्यार्थी नेता के रूप में उभरे और राजनीति में करीब पांच दशकों का एक लंबा सफर तय किया। सुशील कुमार मोदी ने पटना स्थित राम मोहन राय सेमिनरी से अपनी मैट्रिक की पढ़ाई की थी और पटना साइंस कॉलेज से वनस्पति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। उसके बाद उन्होंने इसी विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी करने के लिए पटना विश्वविद्यालय में नामांकन कराया था। फिर वे जेपी आंदोलन में शामिल होना चाहते थे और इस कारण से कुछ महीने बाद ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी।

राजनीति में छात्र जीवन से हुए थे सक्रिय

सुशील कुमार मोदी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे और 1971 में सुशील मोदी छात्र संघ के 5 सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य भी निर्वाचित हुए थे। इसके बाद 1973 से 1977 के बीच पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महामंत्री रहे। जबकी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी इसी छात्र संघ के निर्वाचित अध्यक्ष चुने गए और भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद संयुक्त सचिव नियुक्त हुए थे।