झारखण्ड/गुमला: घाघरा प्रखंड के तुरियाडीह ग्राम निवासी बीएसएफ जवान कमलेश भगत का सड़क दुर्घटना में शनिवार को मौत हो गई थी। जहां रविवार की देर शाम बीएसएफ जवान कमलेश भगत का शव पैतृक गांव तुरियाडीह पहुंचा। जहां देर शाम पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। घटना के बाबत मिली जानकारी के अनुसार कमलेश भगत राजस्थान में पदस्थापित थे। होली से पूर्व वह छुट्टी में आए हुए थे। जहां शनिवार को वह रांची में स्थित अपने रूम रेंट वाले घर से मोटरसाइकिल से किसी काम को लेकर हजारीबाग मेरु अपने कैंप जा रहे थे। इसी क्रम में चुट्टूपाली घाटी में ट्रेलर गाड़ी द्वारा कई वाहनों को टक्कर मारा था।जिस क्रम में टक्कर में कमलेश भी गंभीर रूप से घायल हो गए। जहां उन्हें घायल अवस्था में रिम्स ले जाया गया। जहां उनकी मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि कमलेश भगत के दो छोटे छोटे बच्चे और पत्नी हैं। वर्ष 2010 में बीएसएफ के जवान के रूप में उनका चयनित हुआ था। सरल और बेहतर स्वभाव के लिए वह गांव में जाने जाते थे।वही इस घटना के बाद अखिल भारतीय आदिवासी सहयोग समिति गुमला भारत फौजी पुलिस और ग्रामीणों में शोक की लहर है। समिति के बलदेव उरांव ने बताया कि समिति के संस्थापक और वर्तमान में सहसचिव के पद पर थे।